
भिलाई । माइलस्टोन अकादमी में वार्षिक उत्सव का आयोजन 21 से 23 दिसंबर तक जूनियर विंग कोहका में किया गया था। तीनों दिन बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। पहले दिन जहां प्राइमरी सेक्शन के बच्चों ने कोविड के लॉकडाउन की तुलना रामायण के वनवास से की, तो वहीं अगले दिन सीनियर सेक्शन के बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुति के माध्यम से कोविड काल में आम जनता से हुई गलतियों और कोरोना योद्धा के त्याग को समझाया। कार्यक्रम के अंतिम दिन सबसे छोटे बच्चे एल.के.जी, यू.के.जी और पी.जी-1 के बच्चों ने अपने मस्ती भरे परफॉरमेंस से सभी दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।

कोविड को बताया रावण

कार्यक्रम के पहले दिन कक्षा 01 से 05 तक के विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुति दी। बच्चों ने अपने परफॉरमेंस की थीम रामायण और कोविड को जोड़कर बनाई थी। उन्होंने समझाया कि किस प्रकार हमने कोविड के दौरान अपने घरों में रहकर, प्रभु राम की तरह ही घर पर वनवास बिताया था। इस कार्यक्रम द्वारा सभी लोगों ने कोविड में हुई गलतियों को समझा और दुबारा इन गलतियों को ना करने की शपथ ली। बच्चों की हर प्रस्तुति के बाद दर्शक दीर्घा से लगातार तालियों आवाज आती रही। इस दिन जिले के एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्होंने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसा कार्यक्रम उन्होंने पहले कभी कहीं देखा। अपने सभी विद्यार्थियों को प्रोत्साहितकर शुभकामनाएं दी।


कोविड वाॅरियर्स का व्यक्त किया आभार
कार्यक्रम के दूसरे दिन सीनियर सेक्शन के बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुति के माध्यम से कोविड वाॅरियर्स का आभार व्यक्त किया। इस दिन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी अभय कुमार जायसवाल एवं सांख्यिकी अधिकारी अमित घोष थे। अतिथियों ने अपने उद्बोधन से सभी विद्यार्थियों को शानदार प्रस्तुति के लिए सराहा और शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम द्वारा पूरे माइलस्टोन परिवार ने कोविड वाॅरियर्स का आभार व्यक्त करने के साथ-साथ श्रद्धांजलि भी दी। कार्यक्रम में आए पैरेंट्स के उत्साह का तो क्या कहना इतना जोश ! कार्यक्रम को देखकर उसे महसूस करके उनकी पलकों का भीगना बच्चों की मेहनत को साफ स्पष्ट कर रहा था।

नन्हे मुन्ने बच्चों की परफॉरमेंस ने जीता दिल
कार्यक्रम के अंतिम दिन विद्यालय के सबसे छोटी कक्षा एल.के.जी, यू.के.जी और पी.जी-1 के विद्यार्थियों ने अपने मस्ती भरे परफॉरमेंस दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी प्रत्येक प्रस्तुति के बाद दर्शक दीर्घा से आती तालियों की आवाजें मानों थमने का नाम ही नहीं ले रही थी। इस दिन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि स्वयंसिद्धा की फाउंडर और समाजसेविका डॉ सोनाली चक्रवर्ती पहुंची थी। उन्होंने बच्चों के शानदार प्रस्तुति के बाद उन्हें प्रोत्साहित कर शुभकामनाएं दी। साथ ही दर्शक दीर्घा में मौजूद पैरेंट्स को बच्चों की देखभाल करने का 4 मूल-मंत्र भी बताया।
