राजकुमार सिंह ठाकुर
पंडरिया । किसी भी समाज की नीव शिक्षा होती है। इस नीव को मजबूत किया जाए तो वह समाज प्रगति की राह में होता है।ईसी शिक्षा के दूध को पिलाने के लिए छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज के लोग अलग – अलग गांव में शिक्षा की ज्योति जलाने का काम कर रहे हैं।बहुत से संगठन शिक्षा पर तो काम कर ही रहे हैं,वहीं 26नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर घासीदास गुरुद्वारा प्रबंधन समिति भुवालपुर द्वारा अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर कोचिंग क्लास सह वाचनालय का शुभारंभ भुवालपुर में किया जा रहा है। जिसमें स्कूली बच्चों के साथ – साथ विशेष रूप से नवोदय विद्यालय, एकलव्य विद्यालय और सैनिक स्कूल के प्रवेश परीक्षा, काम्पीटीशन एग्जाम की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को नि: शुल्क प्रशिक्षण सह करियर गाइडेंस और बेरोजगार युवाओं को रोजगार हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा।इस कार्य की लोग काफी सराहना कर रहे हैं।यह वहां के लोगों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।समिति का मानना है कि सभी महापुरुष के सपनों को साकार केवल शिक्षा के माध्यम से ही किया जा सकता है।
