एस एम सी प्रशिक्षण के साथ साक्षरता कार्यक्रम के लिए दिए गए निर्देश


पंडरिया-नगर के स्वामी आत्मानंद विद्यालय में गुरुवार को शाला प्रबंधन समिति विषय पर संकुल शैक्षिक समन्वयक एवम शिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती माता के पूजन पाठ से विकासखंड शिक्षा अधिकारी जीपी बनर्जी एवम खंड स्रोत समन्वयक अर्जुन चंद्रवंशी के द्वारा किया गया। प्रारंभ में जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के जिला परियोजना अधिकारी अवधेश नंदन श्रीवास्तव उपस्थित हुए। जिन्होंने संकुल शैक्षिक समन्वयको एवं शिक्षकों को निरक्षर व्यक्तियों के सर्वे करने के संबंध में राज्य कार्यालय के निर्देशों से अवगत कराते हुए आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया। बैठक में
जिला परियोजना अधिकारी अवधेश नन्दन श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि राज्य कार्यालय के निर्देशों के अनुक्रम में इस वर्ष कुल 17000 असाक्षरों को साक्षर बनाया जाना है तथा इस हेतु उनका चिन्हांकन सर्वे के माध्यम से किया जाना है साथ ही साथ ऐसे 1700 स्वयंसेवी शिक्षकों का भी चिन्हांकन  किया जाना है। जिनके द्वारा असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान प्रदान किया जाएगा। इस संबंध में चारों विकासखंडों को पृथक – पृथक लक्ष्य प्रदान किया गया है।इसके संबंध में विकासखंड पंडरिया के संकुल शैक्षिक समन्वयकों एवं प्रत्येक विद्यालय से आए हुए एक-एक प्रभारी शिक्षकों को शाला प्रबंधन समिति के प्रशिक्षण के दौरान उक्त सर्वे कार्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। सर्वे के पश्चात उसे ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन विकासखंड परियोजना कार्यालय के माध्यम से कराया जाएगा। तदुपरांत सभी असाक्षरो को बुनियादी ज्ञान स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से प्रदान किया जावेगा। अपने उद्बोधन में शिक्षा अधिकारी बनर्जी ने बताया कि शाला की आवश्यकताओं की पूर्ति किस तरह से पालकों अभिभावकों की सहमति से किया जा सकता है।अगली कड़ी में अर्जुन चंद्रवंशी बीआरसीसी ने शाला प्रबंधन समिति को निरीक्षण की जानकारी प्रदान करते हुवे बतलाया की निर्माण एवम प्रबंधन की पूरी जिम्मेदारी एसएमसी की ही होनी चाहिए क्योंकि उन्ही के बच्चे इस शाला में अध्ययन करते है।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में राजीव श्रीवास्तव व मोहनलाल शर्मा ने उक्त विषय आधारित प्रशिक्षण प्रदान किया।उक्त कार्यक्रम में बीआरपी विनोद गोस्वामी सहित समस्त संकुल शैक्षिक समन्वयक एवं शिक्षक उपस्थित थे।