रिपोर्टर चंद्रभान यादव
जशपुर। दो मिनट की छुट्टी के बाद क्लासरूम में देर से घुसने की वजह से बच्चों को डंडे से बेरहमी से पीटने की घटना में सख्त कार्रवाई होगी। बीईओ कार्यालय से पहुंची जांच टीम ने जांच में पिटाई की घटना को सही पाया है। बीईओ ने जांच प्रतिवेदन कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भेजा है।जांच करने पहुंचे बीईओ ने बच्चाें, अभिभावकों और स्कूल प्रबंधन के शिक्षकों का बयान दर्ज किया। बच्चों ने बताया कि वे दो मिनट की छुट्टी में खेलने लगे थे और थोड़ा रूक गए , जब क्लास शुरू हुई और टीचर क्लास रूम में घुस चुकी थी। देर से कक्षा में पहुंचने की वजह से नाराज होकर शिक्षिका अगाथा ने उन्हें लाइन से खड़े कर पीटना शुरू कर दिया।आम तौर पर डंडे से पिटाई के लिए शिक्षक हाथ आगे बढ़वाते हैं और हथेली पर डंडे से मारते हैं, पर बुधवार को शिक्षिका अगाथा मिंज ने हथेली पर डंडे से उन्हें ना पीटकर अंधाधुंध पीटा है। बच्चों ने बताया कि उनके सिर पर भी चोट लग सकती थी, पर उन्होंने अपने हाथ से रोका। इस वजह से उनके हाथ, कंधे और पीठ पर डंडे के कई निशान बन गए हैं।गौरतलब है कि फरसाबहार ब्लॉक के तपकरा के जबला स्थित मिशन द्वारा संचालित ज्ञानोदय इंग्लिश मीडियम में बुधवार को यह घटना हुई थी। क्लासरूम में देर से घुसने की सजा के रूप में वहां की शिक्षिका अगाथा ने बच्चों को डंडे से अंधाधुंध पीटा था। पिटाई देख क्लासरूम में बैठे बाकी बच्चे भी सहम उठे थे।संस्था ने शिक्षिका को नौकरी से निकाला बीईओ ने बताया कि संबंधित संस्था ने मामले में कार्रवाई करते हुए पिटाई करने वाली महिला शिक्षक को हटा दिया। संस्था की ओर से की गई कार्रवाई के अलावा विभाग भी कार्रवाई की जा सकती है।मैं माफी मांगती हूं: प्राचार्य मामले में संस्था की प्राचार्य अंजना पाले ने कहा कि शिक्षिका ने अचानक ऐसा क्यों किया समझ से परे है, पर जो हुआ गलत हुआ है। मैं शिक्षका की ओर से सभी बच्चों के अभिभावकों से माफी मांगती हूं और भरोसा देती हूं कि स्कूल में दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी।जांच प्रतिवेदन भेजा गया जांच में बच्चों की बेरहमी से पिटाई की घटना सही पाई गई है। जांच प्रतिवेदन कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को भेजा गया है।
