लोक कलाकार श्याम लाल चंद्राकर के निधन से कला जगत को अपूरणीय क्षति


पाटन। ब्लॉक के ग्राम तर्रा में रहने वाले लोक कलाकार श्याम लाल चंद्राकर का निधन गुरुवार को हो गया। उनका अंतिम संस्कार भी ग्राम तर्रा में ही किया गया। जिसमे अंचल के खातिलब्ध कलाकर के अलावा ग्रामीण भी शामिल हुए। श्याम लाल चंद्राकर शुरू से ही कला के क्षेत्र में जुड़े रहे। वे लगातार मानस मंडली, फाग मंडली जसगित मंडली में प्रमुख भूमिका निभाते रहे। उनके निधन से अंचल में कला जगत को अपूरणीय क्षति हुई हैं । पूर्व जिला पंचायत सदस्य खिलावन चंद्राकर ने कहा की श्याम लाल जैसे कलाकार बिरले हो होते है। उन्होंने हमेशा कला साधना किया। आसपास के कई गावों में उसकी मंडली चलती थी। वे हर कला में पारंगत थे। मानस के व्याख्याकार थे। फाग मंडली में गायन वादन में महारत हासिल थी। नवरात्र के समय देवी जसगीत , जगराता भी करता था। उन्होंने हमेशा कला और कलाकर को जोड़ के रखा। श्याम लाल चंद्राकर का 56 वर्ष की आयु में निधन हुआ।