रिपोर्टर- चंद्रभान यादव
जशपुर। धान की फसल पर ओस के बूदों की बिछी चादर दीपावली के बाद से शहर में ठंड का एहसास होने लगा है। सुबह-शाम लोगों को ठंड से राहत पाने के लिए हल्के गर्म कपड़े पहनने पड़ रहे हैं। जशपुर शहर का न्यूनतम तापमान 14 डिग्री तक गिर चुका है। पहाड़ी इलाके सन्ना और पंडरापाठ का न्यूनतम तापमान अभी से 12 डिग्री तक गिर चुका है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में भी मौसम शुष्क बना रहेगा और तापमान में और गिरावट आएगी। बुधवार की सुबह लोगों को कंपकंपाने वाली ठंड का एहसास हुआ।

दो दिन पहले दीपावली के दिन सोमवार को तेज हवाओं के चलने से अचानक से ठंड में बढ़ोत्तरी हुई। अभी मौसम सुहाना बना हुआ है। लोगों को दिन में भी पंखा चलाने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है। सुबह 9 बजे तक की धूप लोगों को अच्छी लग रही है। रात में लोग कंबल ओढ़कर ही चैन की नींद सो पा रहे हैं। मौसम के जानकारों का कहना है कि इस वर्ष देर तक हुई बारिश की वजह से ठंड भी देर तक पड़ेगी। नवंबर के महीने में ही लोगों को कड़ाके की ठंड का एहसास होने लगेगा।
नवंबर के अंत तक तापमान में आएगी और गिरावट
अक्टूबर में हल्की ठंड पड़ रही है पर नवंबर के अंतिम दिनाें में ठंड लोगों काे ठिठुरा सकती है। माैसम वेबसाइट के अनुसार इस दाैरान तापमान 14 डिग्री तक गिर सकता है। दिसंबर माह में पारा 0 डिग्री के आसपास तक गिरने की संभावना जताई जा रही है। शहरी क्षेत्र में सुबह शाम ठंडक महसूस होने लगी है। वन परिक्षेत्रों से सटे इलाकों में भी सुबह से लोग गर्म कपड़ों में नजर आ रहे हैं। सुबह घास व फसलों पर ओस की बूंदे भी जमने लगी है। भोर में कोहरे के कारण विजिबिलिटी भी अधिकतम 200 मीटर है। ठंड की वजह से लोग सुबह जंगल जाने से बच रहे हैं।