जशपुर।भारी बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ जाने से सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।वहीं नदी में अचानक बाढ़ आने से कई किसानों की फसलों को भी नुकसान पहुचाया है।ग्रामीणों का कथन अनुसार सड़क टूट जाने से कई गांवों की अब संपर्क टूट चुका है।इससे पहले भी यही स्थिति बनी हुई थी लेकिन पंचायत की ओर से 2018 में 14 वें वित्त की राशि से 2 लाख 30 हजार रुपए की लागत से मरोमत कराया गया था।जो की अचानक बाढ़ में वह भी बह गया।इस विषय को लेकर कई वर्षों से लगातार पुलिया का मांग किया जा रहा है।पर सरकार बदल जा रही है लेकिन यहां का तस्वीर नहीं बदल पा रही है।केवल अस्वासन के अलावा और कुछ मिल रहा है।इससे पहले वर्ष में गोद में लिए 2 बच्चे के साथ एक माँ ने अचानक जल भराव से जान गंवा बैठी।और इससे पहले भी एक स्कूलीय छात्र बहने से मौत हुआ था।और न जाने कितने लोग इस बाढ़ का शिकार हुए हैं कुछ करना मुश्किल है।
बता दें कि बगीचा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत भड़िया का है पूरा मामला जो कि छठवीं से लेकर दसवीं कक्षा तक के स्कूलीय बच्चे घघ्या नदी को पार कर करते हैं पढ़ाई अब उनका भी पढ़ाई ठप हो चुकी है।इससे पहले बच्चों ने हिम्मत कर नदी पार कर स्कूल में आ जाते मगर एक चिंता बना रहता कि नदी न भर जाए हम कैसे घर पहुंच जाएं।कभी कभी तो अचानक बाढ़ के वजह से नहीं जा पाते थे तो शिक्षकों और पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा मोहल्ले वालों के पास किसी तरह अरजेस्ट किया जाता था।जैसे ही बाढ़ कम होता तब उनके माता पिता ले जाते अपने घर हर रोज यही स्थिति बनी हुई थी।अगर कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाता तो उसे इलाज हेतु उसे भी नदी ही पार करना पड़ता है।क्योंकि बरसात में तो नामुनकिन नहीं है कि नदी पार कर इलाज़ करा सके,इसके बाद पंचायत वाले ने स्थिति को देखते हुए मरोमत किया था तो तब से कुछ राहत मिलती थी।लेकिन अब लगता है कि सड़क क्षतिग्रस्त होने से हर रोज के लिए फिर वही संकट सामने आ गई।
