किसानों की आय में वृद्धि हेतु लगातार काम कर रहा कृषि विज्ञान केंद्र…. कृषि विज्ञान केन्द्र के स्वर्ण जयंती वर्ष पर पाहन्दा अ में हुआ कार्यक्रम

पाटन।कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ). द्वारा आज कृषि विज्ञान केन्द्र के स्वर्ण जयंती वर्ष पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डॉ. विजय जैन ने बताया कि वर्तमान में देश में 731 कृषि विज्ञान केन्द्र किसानों के आय में वृद्धि हेतु निरंतर कार्य कर रहे है। भारत में पहला कृषि विज्ञान केन्द्र भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा 21 मार्च 1974 को पुडुचेरी में किया गया था। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में 27 कृषि विज्ञान केन्द्र स्थापित किये गये।

दुर्ग जिले में कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ), दुर्ग की स्थापना वर्ष मार्च 2017 में हुई है। कृषि विज्ञान केन्द्र, पाहंदा (अ), दुर्ग द्वारा प्रमाणिक जैविक खेती को बढ़ावा धान फसल उत्पादन में लागत कम हेतु विभन्न तकनीकों महिला शसक्तीकरण उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा आय के अतिरिक्त साधन के रूप में बटेर पालन, मशरूम उत्पादन आदि हो लघु उद्योग के रूप में स्थापति कर जिले के कृषकों के आय में वृद्धि हेतु प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारी एवं कर्मचारी सहित 35 कृषकों ने भाग लिया।