अंडा। जिले सहित ग्रामीण अंचल में इसका उल्लास देखा गया। जगह- जगह विभिन्न आयोजन हुए। मंदिरों में विशेष पूजन और प्रसादी हुआ। वहीं विभिन्न गांव में रात्रि में मटका फोड़ आयोजित हुई। सुबह से ही घरों में नन्हें मुन्हें बच्चों को राधा- कृष्ण के रूपों में सजाकर माता- पिता और परिवार जन हर्षित है।
जिस तरह कृष्ण जी ने अपने बाल रूप से सबका मन मोहा था, ठीक उसी तरह घरों में बच्चों ने अपनी मनभावन झलक से सबको आकर्षित किया। उनका हर रूप निराला नजर आया। बाजार में बाल कृष्ण के कई वराईटी की फैंसी ड्रेस उपलब्ध थी जो हर किसी को अपनी ओर खींच रही थी।
