राकेश कुमार
कुम्हारी।मंगलवार रात को कुम्हारी स्थित पत्थर खदान में केडिया डिस्टलरी के कर्मचारियों से भरी बस गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई वहीं 16 कर्मचारी बुरी तरह से घायल हुए थे वहीं इस हादसें में कुम्हारी निवासी मृतक शांति बाई देवांगन निवासी महामाया पारा व मृतक सतिया बाई निषाद निवासी रामनगर दोनों महिला बस हादसें से महज 100 मीटर की दूरी पर निवास करती थी। बता दे कि इन दोनों महिलाएं जिस जगह हादसें की शिकार हुई उस स्थान से महज 10 कदम की दूरी पर उन्हें उतरना था। लेकिन काल ने उन्हें वही रोक लिया और वे दोनों महिलाएं बस हादसें का शिकार हो गई।
घटना के बाद दोनों महिलाओं के घर मे गम का माहौल रहा परिजन रात भर रोते बिखलते रहें। परिजन से बात करने पर पता चला की मृतक शांति बाई लगभग 5 वर्षो से केडिया डिस्टलरी में कार्यरत थी। वहीं वह सुबह से खाना लेकर पैदल ही कंपनी जाती थी काम से छूटने के बाद रास्ते में फाफी अंधेरा होने के कारण कंपनी के बस से रोज घर लौटती थी और महामाया पारा के पास उतरती थी। वहीं सतिया बाई निषाद भी प्रतिदिन पैदल ही कंपनी जाती थी आते वक्त कंपनी के बस में सवार होकर महामाया पारा में उतर जाती थी वे लगभग 12 वर्षों से केडिया डिस्टलरी में कार्यरत थी। मृतक सतिया बाई की बस हादसे में मौत होने के बाद परिजनों द्वारा घटना स्थल के बगल में ही स्थित रामनगर मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार किया गया वहीं शांतिबाई का अंतिम संस्कार खारुन मुक्तिधाम में किया गया।