सावन में केवल एक दिन बारिश हुई,सप्ताह भर से नहीं हो रही बारिश,रोपा लगे खेतो में दिखने लगी दरारे


पंडरिया।नगर सहित ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्र में एक बार फिर मानसून दूर हो गया है।सप्ताह भर पहले 2 अगस्त को क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हुई थी।जिसके पश्चात किसानों ने तेजी से रोपा लगाने का कार्य किया था।किंतु सप्ताह भर से बूंद भर पानी के लिए किसान तरस रहे हैं।रोपा लगे हुए धान के खेतों में दरारे दिखने लगी है।सप्ताह भर बारिश नहीं होने के कारण एक बार फिर किसानों को चिंता सताने लगी है।कृषक रामकुमार साहू ने बताया कि पिछले सप्ताह रोपाई के बाद से बारिश नहीं हो रही है।जिससे रोपित धान पिले पड़ रहे हैं,साथ ही खेतों में दरारें पड़ने लगी है।यदि जल्द ही बरसात नहीं होगी तो धान के फसल खराब होने की संभावना है।
बरसात होने पर बहा दिये पानी-विगत दिनों 2 अगस्त को 24 घंटे तक झड़ी लगने तथा मौसम विभाग द्वारा अतिवृष्टि की चेतावनी जारी करने पर किसानों ने पानी को नाले में बहा दिया।जिसके बाद करीब 5 दिन घने बादल तो छाए रहे,किन्तु बरसात नहीं हुई।पिछले दो दिन से धूप छाए रहने के कारण अब खेतों में दरारे पड़ने लगी।अब किसान केवल बरसात का इंतजार कर रहे हैं।


वाटर लेबल नहीं बढ़ रहा– पूरे बरसात सीजन के दौरान क्षेत्र में केवल दो दिन तेज बारिश हुई है।जिसका पानी नदी-नालों के माध्यम से बह गया।अब तक धरातल के दो इंच नीचे का जमीन भी नहीं भीग पाया है।वाटर लेबल नहीं बढ़ने के कारण ट्यूबवेल भी काम नहीं कर रहे हैं। क्षेत्र में हल्की बारिश की आवश्यकता है,जिससे भूजल स्तर बढ़ सके।सावन माह सूखा-सूखा बीत रहा है।क्षेत्र में झड़ी वाली बारिश की जरूरत है।हल्की झड़ी वाली बारिश होने पर फसल के लाभदायक होगा तथा भूजल स्तर में भी वृद्धि होगी।
“अभी फसलों को नुकसान नहीं हुआ है,बरसात नहीं होने पर जड़ में बीमारी हो सकती है।जिससे धान के फसल प्रभावित हो सकते हैं।”
प्रभारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी,पंडरिया।