रायपुर। बीएससी नर्सिंग, एमएससी नर्सिंग और पोस्ट बेसिक नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश मापअप राउंड के तहत हो रहे हैं। इनमें प्रवेश लेने का 25 अक्टूबर को अंतिम दिन है। इससे पहले दो चरणों के प्रवेश हो चुके हैं। इसके बाद भी बीएससी नर्सिंग की 65 प्रतिशत सीटें खाली हैं। इंडियन नर्सिंग काउंसिल (आइएनसी) की तरफ से प्रवेश की तिथि बढ़ाने से दोबारा प्रवेश प्रक्रिया शुरू हुई है। आइएनसी ने नर्सिंग कालेजों में प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तय किया है।

प्रदेश में बीएससी नर्सिंग के 130 कालेज हैं, जहां पर 7,631 सीटें है। इनमें सिर्फ 2,727 सीटों में प्रवेश हुए है, बाकि 4,904 सीटें खाली हैं। इसी तरह एमएससी नर्सिंग के लिए 164 कालेज हैं। इनमें 987 सीटें है। 553 में प्रवेश हुए हैं, बाकि 434 सीटें खाली हैं। पोस्ट बेसिक नर्सिंग की पढ़ाई 26 कालेजों में होती है। इसकी

895 सीटें हैं। इसमें भी 639 प्रवेश और 256 सीटें खाली हैं।

50 परसेंटाइल अंक हासिल करना जरूरी : आइएनसी के नियम के अनुसार, बीएससी नर्सिंग में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को व्यापमं द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा में न्यूनतम 50 परसेंटाइल अंक हासिल करना जरूरी है। इसी तरह एमएससी नर्सिंग और पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग में प्रवेश के लिए भी न्यूनतम 20 परसेंटाइल अंक होना चाहिए। प्रवेश परीक्षा में बहुत कम अभ्यर्थियों को अच्छे परसेंटाइल मिले हैं। इस वजह से कालेजों में प्रवेश बहुत कम हो रहे हैं।
परसेंटाइल कम करने तिथि बढ़ाने की मांग : प्राइवेट नर्सिंग कालेज संगठन की ओर से आइएनसी को पत्र लिखकर प्रवेश नियम से परसेंटाइल की बाध्यता कम करने के लिए पत्र लिखा गया है। संगठन की तरफ से मांग की गई है कि परसेंटाइल कम करके 30 नवंबर तक कालेजों में प्रवेश की अनुमति दी जाए। पिछले वर्षों में भी परसेंटाइल की बाध्यता समाप्त की गई थी।
