स्थान: नंदनवन जंगल सफारी, नवां रायपुर
कल दिनांक 20 अप्रैल 2025 से नंदनवन जंगल सफारी में 11 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए एक सप्ताहीय समर कैंप का शुभारंभ हुआ। यह कैंप 20 से 26 अप्रैल तक चलेगा, जिसका उद्देश्य बच्चों को प्रकृति, वन्यजीवों और पर्यावरण संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाना है।
20 अप्रैल के कार्यक्रम में कुल 28 विद्यार्थियों ने भाग लिया, जो नवां रायपुर के विभिन्न क्षेत्रों जैसे निमोरा, कमल विहार, सेक्टर 27, सेक्टर 29 आदि से आए थे। विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ सभी गतिविधियों में भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत बर्ड काउंट इंडिया छत्तीसगढ़ के पक्षी विशेषज्ञ डॉ. हकीमुद्दीन सैफी के सत्र से हुई, जिसमें उन्होंने बच्चों को पक्षी पहचान, उनके व्यवहार, पर्यावरण में उनकी भूमिका तथा परंपरागत ज्ञान से मौसम अनुमान जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं। उन्होंने बच्चों को अपने आसपास के 17 पक्षियों को पहचानने हेतु प्रेरित किया और घोंसलों की पहचान भी कराई।
इसके पश्चात् नंदनवन जंगल सफारी की जू एजुकेशन टीम से श्री चंद्रमणि साहू ने “अवलोकन और वैज्ञानिक सोच” विषय पर लघु सत्र लिया, जिसमें बच्चों को बताया गया कि अनुभवजन्य शिक्षा में अवलोकन की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका होती है और यह हमारे सोचने-समझने की शक्ति को कैसे विकसित करता है।
अगला सत्र जू एजुकेशन टीम से उपेंद्र साहू, खिलेश्वर निषाद एवं श्री चेतन सिंह गजेंद्र द्वारा लिया गया, जिसमें बच्चों को सांपों की पहचान, व्यवहार तथा नेचर ऑब्जर्वेशन तकनीक के बारे में बताया गया।
कार्यक्रम के अंतिम सत्र में नंदनवन जंगल सफारी की बायोलॉजिस्ट सुश्री ऋचा भारद्वाज एवं श्रीमती रिद्धी गोस्वामी द्वारा बच्चों को तेंदुआ एनक्लोजर के पास कीपर इंटरैक्शन सत्र में शामिल किया गया, जहाँ उन्होंने एनक्लोजर की संरचना, जानवरों की देखरेख और प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की।
इस कार्यक्रम में प्रकृति गाइड संतोष यादव, शेख जावेद, सूरज साहू, पुष्पेंद्र साहू आदि का विशेष सहयोग रहा।
नंदनवन जंगल सफारी के संचालक श्री धम्मशील गणवीर ने कहा कि,
“इस समर कैंप का उद्देश्य बच्चों को प्रकृति से जोड़ना, उन्हें वैज्ञानिक सोच और संवेदनशीलता की ओर उन्मुख करना है। नंदनवन का प्रयास है कि हमारे युवा प्रकृति के संरक्षक बनें, और इस दिशा में यह कैंप एक प्रेरणादायी शुरुआत है। हम चाहते हैं कि यह अनुभव बच्चों की सोच, समझ और व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन लाए।”
– संचालक, नंदनवन जंगल सफारी, नवां रायपुर
