साहित्यकार समाज को नई दिशा देता है :आस, शिकसा कवि सम्मेलन का हुआ आयोजनशिकसा कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन

अंडा।शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष्य शिकसा कवि सम्मेलन का आयोजन संयोजक डॉ.शिवनारायण देवांगन”आस” के संयोजन कार्यक्रम प्रभारी विजय कुमार प्रधान के उपस्थिति टीकाराम सारथी प्राचार्य चुरतेली व सलाहकार शिकसा के अध्यक्षता में किया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना गीता उपाध्याय व राजगीत जगन्नाथ प्रसाद देवांगन ने प्रस्तुत कर किया। सर्वप्रथम संयोजक डॉ. शिवनारायण देवांगन”आस” ने कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शिकसा हर विधाओ के लिये निरंतर प्रयासरत है । शिक्षक के अंदर के साहित्यकार को पहचान देने कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। साहित्य समाज को नई दिशा देता है। कार्यक्रम में प्रातांध्यक्ष कौशलेन्द्र पटेल, कोषाध्यक्ष बोधीराम साहू, कार्यक्रम प्रभारी विजय कुमार प्रधान, संयुक्त सचिव संजय कुमार मैथिल आदि ने भी विचार प्रगट किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष टीकाराम सारथी ने बताया कि शिकसा कवि सम्मेलन का आयोजन बेहतरीन प्रयास है साहित्य ही समाज की दशा व दिशा प्रदान करता है अंत में स्वरचित गीत सुनाकर मंत्रमुग्ध किया। कार्यक्रम में मोहित कुमार शर्मा, मीना भारद्वाज, हेमराज निषाद , चन्द्र कुमार चन्द्रा, रामकुमार पटेल, प्रमोद आदित्य, नरेन्द्र कुमार साहू’पार्थ’, ओ.पी.कौशिक “रतनपुरिहा”, शिव कुमार अंगारे, राजीव लोचन कश्यप, विरेंद्र कुमार साहू, चैतनारायण साहू,अश्वनी कुमार उइके, दिनेश कुमार दुबे, सरोज कुमार बंजारे, बुधनी अजय, भारत माता खटकर, प्रतिभा त्रिपाठी, हेमन्त कुमार साहू, संध्या पाठक, पुष्पांजलि ठाकुर, ज्योति गजपाल, संजय कुमार मैथिल आदि ने स्वरचित रचना प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन राधेश्याम कवंर व आभार प्रदर्शन डॉ.शिवनारायण देवांगन “आस” ने किया।