देखो ये हाल है आश्रम का, शनिवार को नहीं रहते अधीक्षक, गंगालुर के कई आश्रमों से गायब है प्राभारी, सब्जियों नहीं तो कही साबुन तेल नहीं ,बिस्तर भी गंदे, दुनिया आजादी का पर्व मना रहे, वही बच्चे अव्यवस्था के बीच पढ़ने मजबूर

नितिन रोकडे

बीजापुर–/बीजापुर के गंगालूर क्षेत्र में आश्रमों और पोटाकेबिन का बद से आश्रम तोड़का और आश्रम गंगालूर में सप्ताह भर से सब्जी नहीं है दाल और बड़ी आलू में चल रहा है । बेहाल अधीक्षक रहते हैं नदारद और बच्चों ने बताया 1 हफ्ते से हरि सब्जी नहीं खाए हैं । राहर दाल भी नहीं दिया जाता है सोयाबीन बड़ी के साथ आलू ही खाते हैं। संबंधित अधिकारियों की साठगांठ में और जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में चल रहा है आदिम जाति कल्याण विभाग के कई आश्रम में डर नहीं है आदिवासी बच्चों के साथ खिलवाड़ करने में। इस संबंध में ए सी राजपूत सर को फोन लगाने पर उनका फोन बंद आया था ।

तामोडी, गोगला ,पोटाकेबिन गंगालूर ,कन्या आश्रम गंगालुर के बच्चे तो आश्रम परिसर में पानी ना होने से सड़क के बोरिंग पर कपड़ा धोते मिले जहां लाखों खर्च अगर इनकी व्यवस्था की जाती है वही आश्रम में पानी ना होना भी बड़े दुर्भाग्य की बात ।