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फोटो -फ़ाइल फोटो(सोशल मीडिया)

Lunar Eclipse 2023: बुद्ध पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लग रहा है. यह चंद्र ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण (Penumbral Lunar Eclipse) होने वाला है जो पूर्ण चंद्र ग्रहण और आंशिक चंद्र ग्रहण से अलग दिखता है. इससे पहले साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल के दिन लगा था जो हाइब्रिड सूर्य ग्रहण था. हाइब्रिड सूर्य ग्रहण की तरह उपच्छाया चंद्र ग्रहण भी दुर्लभ ग्रहण है जोकि कई दशकों में एक से दो बार ही लगता है. यह चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) 5 मई की रात 8 बजकर 44 मिनट पर लगना शुरू होगा और देररात 1 बजकर 1 मिनट ( 6 मई ) पर हट जाएगा. इस चंद्र ग्रहण का परमग्रास 10 बजकर 50 मिनट पर होगा.
चंद्र ग्रहण तीन तरह के होते हैं, पूर्ण चंद्र ग्रहण, आंशिक चंद्र ग्रहण और उपच्छाया चंद्र ग्रहण. उपच्छाया चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य एक सीध में होते हैं लेकिन चंद्रमा पृथ्वी की बाहरी छाया में आ जाता है जिसे पेनुमब्रा कहते हैं. उपच्छाया में आने से पृथ्वी (Earth) की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और पूरी तरह काला ग्रहण दिखने के बजाय चंद्रमा (Moon) पर रोशनी का आवरण रहता है. इससे ग्रहण तो लगता है लेकिन वह प्रकाशमय होता है. इससे चांद छायादार, मटमैला और हल्का दिखने लगता है. इसी ग्रहण को पेनुम्ब्रल चंद्र ग्रहण यानी उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहते हैं. इस चंद्र ग्रहण को आसानी से बिना किसी उपकरण की मदद से देखना मुश्किल है. कैमरा से यह नजर आ जाता है. आसमान साफ हो तब यह ग्रहण नंगी आंखों से नजर आ सकता है.
कब लगेगा अगला ग्रहण
साल 2023 में कुल 4 ग्रहण (Eclipse) लगने वाले हैं. अगला ग्रहण 10 अक्टूबर के दिन लगेगा जोकि सूर्य ग्रहण होगा. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जिसे अफ्रीका, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और आर्कटिक में देखा जा सकता है. इसके बाद 28-29 अक्टूबर की रात चंद्र ग्रहण लगेगा. यह इस साल का आखिरी ग्रहण होगा और दूसरा चंद्र ग्रहण होगा. यह ग्रहण आंशिक ग्रहण होगा जिसे यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका औक साउथ अमेरिका के अधिकतर हिस्से से देखा जा सकेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. सीजी मितान इसकी पुष्टि नहीं करता है.)