एम.ए.छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन छात्र विकास समिति ने रोजगार की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन

रायपुर।छत्तीसगढ़ी भाषा प्रदेश में तकरीबन ढाई करोड़ लोगों की जन भाषा है तो वंही यह लगभग 2 करोड़ लोगों की मातृभाषा है जो कि देवनागरी लिपि में ही लिखी जाती है । छत्तीसगढ़ी भाषा के व्याकरण की बात करें तो इस भाषा का व्याकरण सन 1885 में ही हीरालाल काव्योपाध्याय के द्वारा लिखा जा चूका था । जो कि 1919 में कामता गुरु द्वारा लिखे गए हिन्दी भाषा के व्याकरण से भी पूर्व ही लिखा जा चूका है । विभिन्न पेशेवर लोगों की बोलचाल के साथ ही छत्तीसगढ़ी भाषा में अब तक हर विधा की साहित्यिक किताबों का प्रकाशन भी किया जा चूका है तो वहीं दूसरी ऒर इसका प्रयोग लोकविधा के रुप में लोक नाट्य, लोक गायन, लोक नृत्य तथा अब सिनेमाघरों के साथ ही मिडिया जगत में भी पूर्ण रुप से किया जा रहा है । किन्तु छत्तीसगढ़ में एम.ए. छत्तीसगढ़ी भाषा की कोर्स वर्ष 2013 से प्रारम्भ हुई है । जो कि वर्तमान में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में संचालित है साथ ही पंडित सुंदर लाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय में पीजी डिप्लोमा के रुप में भी संचालित है । प्रदेश में एम.ए.छत्तीसगढ़ी से अब तक लगभग 1500 छात्र उत्तीर्ण हो चुके हैं किन्तु उन्हें किसी प्रकार का कोई रोजगार उपलब्ध नही है जबकि एम.ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन, छात्र विकास समिति द्वारा रोजगार की मांगों को लेकर कई दफा स्थानीय शासन प्रशासन को पूर्व में भी ज्ञापन दिया जा चूका है किन्तु अब तक एम. ए. छत्तीसगढ़ी के छात्रों को कोई रोजगार उपलब्ध नही हो पाया है जिसे लेकर छात्रों ने एक बार फिर ज्ञापन देते हुए रोजगार की मांग की है जिसमें 10 जुलाई को प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को, 11 जुलाई को राजभाषा आयोग सचिव अनिल भ्रतप्रहरी एवं महामहिम राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन के नाम ज्ञापन दिया गया । छात्रों ने ज्ञापन के अंतर्गत यह भी बताया है कि उन्हें किस किस विभाग में किसी रुप में रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकते है । जिसमें विशेष रुप से विभिन्न मंत्रालय, सचिवालय , संचालनालय, कलेक्ट्रेट , कचहरी एवं तहसील में अनुवादक एवं भाषा विशेषज्ञ के रुप में, छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग के विस्तार हेतु जिला एवं विकासखंड समन्वयक के रुप में, शिक्षा विभाग में छत्तीसगढ़ी भाषा के शिक्षक के रुप में,जनसंपर्क विभाग में छत्तीसगढ़ी पी. आर. ओ. के रुप में, पीएम श्री योजना के अंतर्गत एवं केंद्रिय संस्थान जैसे रेलवे स्टेशन,एयरपोर्ट, आकाशवाणी, दूरदर्शन तथा एम्स अस्पताल के उद्घोषक के रुप में एम. ए. छत्तीसगढ़ी के डिग्रीधारी छात्रों को रोजगार मुहैया करया जा सकता है