जनसहभागिता से महेश ने दिलाई सोमनापुर को नई पहचान


पंडरिया : मेहनत लगन और परिश्रम ही सफलता की कुंजी है अगर मन में आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो दुनिया का कोई काम असंभव नहीं है इस वाक्य को शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सोमनापुर नया विकास खंड पंडरिया में  पदस्थ शिक्षक महेश जायसवाल ने अपने 18 वर्षों के कार्यकाल  में स्कूल शिक्षा में बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ विद्यालय भवन की भौतिक संसाधनों में अपनी व्यक्तिगत निधि एवं जन सहभागिता के सफल अनुकरणीय प्रयास से पालक शिक्षा समिति व जनप्रतिनिधियों का जुड़ाव व सहयोग की भावना स्कूल के प्रति लगातार कराई है शिक्षक जायसवाल ने न सिर्फ स्कूल भवन के कायाकल्प के प्रयासों को अंजाम तक पहुंचाया बल्कि विद्यार्थियों के शैक्षिक बौद्धिक स्तर को ऊंचा उठने के लिए अनेक प्रयास किए सामान्य आर्थिक पृष्ठभूमि के होने के बावजूद  ये इन कार्यों में अपनी व्यक्तिगत निधि एवं जन सहभागिता के सफल प्रयास से विद्यालय भवन की भौतिक सुविधाओं में सुधारो के साथ-साथ बच्चों को घर से बेहतर वातावरण प्रदान करने का एक प्रयास किया इनके जन सहभागिता की सफल प्रयास से संस्था को अत्यधिक टेक्नोलॉजी प्रोजेक्टर साउंड सिस्टम सीसी कैमरा टाइल्स युक्त क्लास व्हाइट बोर्ड का प्रयोग, खेल  खेल में पढ़ाई, उपचरात्मक शिक्षण से वनांचल क्षेत्र के बच्चों को शहरी जैसा अनुभूति कराता यह आकर्षक स्कूल है यही कारण है कि आज इस स्कूल में विद्यार्थियों के दर्ज  संख्या में  लगातार वृद्धि हो रही है। जिसके कारण शिक्षक को संकुल स्तर से लेकर, विकास खंड, जिला  एवं मुख्यमंत्री गौरव शिक्षा अलंकरण के तहत ज्ञानदीप पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है इनके बेहतर कार्य में उच्च शिक्षा अधिकारियों  शैक्षिक समन्वयक प्राचार्य  के साथ साथ प्रधान पाठक
भगत बांधकर पवन चांदसे शिक्षक कार्तिक राम खूंटे प्रताप सिंह राठौर शिक्षा समिति के सदस्यों का सहयोग व मार्गदर्शन हमेशा मिलता रहता है।