पंडरिया। नगर से सटे शासकीय प्राथमिक शाला केशलीगोड़ान में गुरुवार दोपहर 12:30 बजे बिजली का तार अचानक स्पार्किंग होने के कारण जलकर टूटकर शाला मैदान में गिर गया। समय लघु अवकाश का था। रसोईया और शिक्षकों के तत्परता और सूझबूझ से स्कूली बच्चों को बिजली के चपेट से सुरक्षित बचा लिया गया। घटना हृदय विदारक था,बच्चे डरे सहमें रोने लगे तत्काल बिजली विभाग को सूचना दिया गया।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा पालकों को सूचित किया गया, तत्पश्चात शिक्षा विभाग को सूचना दी गई लगभग 1 घंटे बाद बिजली विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे तथा जीर्ण-शीर्ण तार को फिर से जोड़ रहे थे, तो ग्रामीणों ने विरोध जताया कि बिजली का जीर्ण-शीर्ण तार फिर से टूटकर कभी भी गिर सकता है। इसकी जवाबदारी किसकी होगी। बिजली विभाग के उच्च अधिकारी से पालकों ने अपनी समस्याएं रखी, समस्या का समाधान ना होते देख गुस्साए पालकों द्वारा विद्यालय में ताला जड़ दिया गया। और कहा कि जब तक यह मौत का खतरनाक तार विद्यालय परिसर से नहीं हटाया जाएगा, तब तक स्कूल का ताला नहीं खुलेगा।

हम अपने बच्चों को मौत के मुंह में नहीं धकेल सकते। ग्रामीण जनप्रतिनिधियों पालकों तथा शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों ने इसकी लिखित में सूचना शिक्षा विभाग को दे दी है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी बार-बार फोन कॉल के माध्यम से जानकारी लेते रहे।ज्ञातव्य हो कि स्थानीय ग्रामीणों तथा शाला के प्रधान पाठक द्वारा बिजली के तार को हटाने हेतु कई बार निवेदन आवेदन किया जा चुका हैं, लेकिन विभाग के असंवेदनशील बना हुआ है। दोपहर 4:00 बजे तक काफी संख्या में पालक गण, जनप्रतिनिधी, शाला प्रबंधन समिति के सदस्य गण विद्यालय परिसर में प्रदर्शन करते रहे लेकिन मौके पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचा।
पालक और बच्चे सहमे हुए हैं। वहीं संकुल समन्वय पूरे समय तक विद्यालय परिसर में डटे रहे तथा उच्च कार्यालय को पल-पल की जानकारी प्रेषित करते रहे। आपको जानकारी दे दें की स्थानीय विधायक कार्यालय, एसडीएम, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, बिजली विभाग को कई बार इसकी आवेदन और प्रिंट मीडिया सोशल मीडिया के माध्यम से अवगत कराया जा चुका था। बिजली विभाग के अधिकारी मौके का मुआयना भी कर चुके थे केवल लगाने की बात कह कर चले जाते थे।









