मनीष चंद्राकर
जामगांव आर।पाटन क्षेत्र के गायत्री मन्दिर आमालोरी में राष्ट्र जागरण सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीरामकथा महोत्सव के पांचवे दिन कथाव्यास प्राची देवी ने विश्वामित्र की यज्ञ-रक्षा,ताड़का वध,राक्षसों के विनाश सहित चारों भाइयों के सुयश का विस्तार से वर्णन किया,उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम भगवान शिव के अनन्य भक्त हैं,उसी तरह भगवान शिव भी भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हैं,
उपास्य और उपासक में परस्पर इष्ट भाव का ऐसा संयोग इतिहास कहीं देखने को नहीं मिलता है,भगवान शंकर ने स्वयं माता पार्वती को राम नाम के महत्व के बारे में बताते हुए कहा है कि सिर्फ राम नाम का जाप ही भगवान विष्णु सहस्रनाम जाप करने के बराबर है,कथा के क्रम में प्राची देवी ने अहिल्या उद्धार प्रसंग पर चर्चा करते हुए बताया कि भगवान भक्तो का कष्ट हरते,उनके प्रेम का कर्ज चुकाते है जैसा द्रोपदी के चिर का ऋण चुकाया वैसे ही अपने निर्मल चरण रज से पत्थर की मूरत बनी अहिल्या को भी तारा !


रामकथा की अंतरराष्ट्रीय वक्ता प्राची देवी ने आगे कहा कि
भगवान राम और उनकी पावन कथा भारतीय संस्कृति और समाज के घट घट में रची बसी है रामायण के प्रति हमारे मन मे अपार श्रद्धा भक्ति भी है लेकिन हम राम कथा जीवन के सिद्धांत को अपने जीवन मे उतार नही पाए, इसके लिये जरूरी है राम हमारे और आपके अंदर जागे ! उन्होंने ने बताया कि सोमवार को अयोध्या कांड के प्रसंगों पर चर्चा सहित धनुष यज्ञ और सीता स्वयंवर की कथा होगी ! कथास्थल में संगठन प्रमुख अशोक सिंह,संयोजक अरुण चंद्राकर,पूर्व विधायक डॉ दयाराम साहू,नेपाल चंद्राकर,फ़क़ीर वर्मा,सियाराम चंद्राकर,महेंद्र बंछोर,गोपेश शरण शुक्ल,गयाराम साहू,बीआर साहू,समीर चंद्राकर,रेवा साहू,उपेन्द्र देशमुख,दीपक बंसोड़,आशीष सिंग,गिरधर धरमगुड़ी,हलधर महमल्ला,मनोज बंछोर,मनीष चंद्राकर,रोमलाल साहू,युवराज चंद्राकर,अतुल बंछोर,सुनील देवांगन,ताल सिंह ठाकुर,अर्चना शुक्ला,ममता चंद्राकर,गुलायाची वर्मा,कृष्णा वर्मा,निर्मला परगनिहा,अनिता चंद्राकर,निर्मला चंद्रवंशी,योबेन्द्र साहू,राजेश ताम्रकार,अरुण पांडे,मीना चंद्राकर,दुलार सिंह,चिन्मय सिंग सहित बड़ी संख्या में कथाप्रेमी श्रोताजन उपस्थित थे !
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