नितिन रोकडे
बीजापुर–– जिला मुख्यालय का अलग अलग हिस्सा रहा आज बारिश की वजह से जाम नेशनल हाइवे 63 जांगला के पास कई घंटों तक बाधित रहा। जिले के कोडोली में मरी नदी उफान पर है। कोडोली में दो घर बाढ़ की चपेट में आये हैं जिनका बोट से रेस्क्यू किया जा रहा है। नेलसनार से मिरतुर को जोड़ने वाली नदी भी सड़क के कुछ मीटर ऊपर से बह रही है जिससे मिरतुर क्षेत्र के दर्जनों गांवो का संपर्क टूटा है।
— गंगालूर सड़क पर चेरपाल नदी भी उफान पर है। चेरपाल में बाढ़ का पानी पुल के ऊपर से बह रहा है। वहीं गंगालूर तहसील क्षेत्र कोटेर में भी बाढ़ का पानी घरो में घुसने की खबर है।
बीजापुर जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जिले के छोटे बड़े नदी नाले उफान पर है मिनगाचल नदी पूरे शबाब पर है नेशनल हाइवे 163 पर मौजूद सी आर पी एफ 222 बटालियन की कैम्प में पानी भरने लगा है निचले स्तर में बने बैरकों में कई फीट पानी घुस चुका है एहतियातन जवानों ने कैम्प को खाली करना शुरू कर दिया है लगातार होती बारिश से मिनगाचल नदी का जल स्तर नेशनल हाइवे को छूती हुई बह रही है बारिश के नही रुकने और जल स्तर बढ़ने से सी आर पी एफ कैम्प डूबने की आशंका बनी हुई है।
कुटरु क्षेत्र के झाडिगुट्टा गांव में जवानों ने 10 परिवार को बचाया वहीं कई ऐसे गांव है जो इस समय नदी नालों के जलस्तर बढ़ने से घरों में पानी भरने से लोग परेशान है जिस के लिए जिला प्रशासन के द्वारा रेस्क्यू टीम तैयार की गई है समय-समय पर जाकर वह लगातार ग्रामीणों को घरों से निकाल सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है ।