मर्रा आदिवासी समाज ने दी शानदार प्रस्तुती, शहीद वीरनारायण सिंह  बलिदान दिवस आयोजित कर किया याद

सेलूद। छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीरनारायण सिंह को उनके बलिदान दिवस 10 दिसम्बर पर उनको याद करने आदिवासी ध्रुव गोंड़ समाज द्वारा ग्राम धौंराभांठा में एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित की गई। कार्यक्रम में आदिवासी समाज के पदाधिकारी सहित सामाजिक व्यक्तियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत शोभायात्रा से हुई तत्पश्चात सामाजिक पदाधिकारियों व व्यक्तियों ने शहीद वीर नारायण सिंह जी को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित किए। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने वीर नारायण सिंह के मातृभूमि के लिए योगदान को याद करते हुए कहा है कि स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर देने वाले आदिवासी जन-नायक वीर नारायण सिंह छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत थे। उन्होंने सन् 1856 के भीषण अकाल के दौरान गरीबों को भूख से बचाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ कठिन संघर्ष किया।
उन्होंने सन् 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में छत्तीसगढ़ की जनता में देश भक्ति का संचार किया। गौरतलब हो कि राज्य सरकार ने उनकी स्मृति में आदिवासी एवं पिछड़ा वर्ग में उत्थान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए शहीद वीर नारायण सिंह सम्मान स्थापित किया है, शहीद वीर नारायण सिंह के अन्याय के खिलाफ संघर्ष, मातृभूमि के प्रति समर्पण और बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा।
कार्यक्रम के शुरुआती दौरान से अंतिम पड़ाव तक ग्राम मर्रा के युवा आदिवासी समाज के युवतियों द्वारा रंगारंग प्रस्तुति के साथ मंच को संजोए रखा गया। युवा आदिवासी समाज द्वारा इस तरह के प्रस्तुति के संबंध में संयोजक पालेश्वर ठाकुर ने बताया कि उक्त कार्यक्रम लगातार सामाजिक बहनों द्वारा दिया जा रहा है जो सराहनीय है।
दौरान सामाजिक पदाधिकारी गण सहित समाज के अन्य व्यक्तिगत हजारों की संख्या में मौजूद थे।