राकेश कुमार
कुम्हारी। नगर स्थित मां महामाया मंदिर में चैत्र नवरात्र की तैयारी जोरों पर है। मंदिर प्रशासन व पुजारियों ने भी लगभग नौ दिनों तक होने वाले विशेष पूजा अनुष्ठान की सारी सामग्री एकत्रित कर लिए है मंदिरों को भी रंग -रोगन कर लिया गया है मां का दरबार उनके भक्तों के लिए सज चुकी है। ज्योति प्रज्वलित करने व ज्वारा बोने के लिए बड़ी संख्या में कलशों को पंडा द्वारा स्थापित किया गया है। जैसा कि नगर में चैत्र नवरात्र को लेकर लोगों में जोत ज्वारा के प्रति अलग ही आस्था उमड़ पड़ी है श्रद्धालुओं के द्वारा बड़ी संख्या में आस्था के ज्योति प्रज्ज्वलित भी किये जा रहे है। इसमें स्थानीय ही नही वरण प्रदेश, देश व विदेश के प्रवासी नागरिकों द्वारा भी मां के दरबार में जोत प्रज्ज्वलित करवाया जा रहा है। जिसमें ऑस्टेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, के रहवासी शामिल है। बता दे कि आस्था के प्रतीक मां महामाया मंदिर कुम्हारी में दो पक्ष चैत्र व शारदीय नवरात्र के अवसर पर ज्योति प्रज्ज्वलित किये जाते है जिसमें लगभग प्रति पक्ष 2 हजार से भी अधिक श्रद्धालुओं द्वारा मनोकामना के जोत जलवाए जाते है मंदिर में नौ दिनों तक भक्तजन देवी के दर्शन करने दूर दूर से बड़ी सांख्य में आते है। मंदिर के पुजारी बताते है कि माँ महामाया धरती फोड़ विराजमान हुई जिससे लोगों में माँ के प्रति श्रद्धा अटूट है। ऐसा विश्वास है कि लोग शुभ कार्य करने के पहले मां के दरबार मे मत्था टेकने आते है समस्याओं का निदान पाने भी मां की विशेष पूजा अर्चना करते है यहीं नही सुख समृद्धि व सफलता के लिए सच्चे मन से मां का स्मरण करते है आस्था ऐसी की कई व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का नाम मां महामाया देवी के नाम पर प्रारंभ किया जाता है। मंदिर के पुजारी यह भी बताते है कि माता की सेवा स्थानीय देवांगन परिवार के सदस्यों द्वारा लगभग 80 वर्षों से किया जा रहा लोगों का मानना है कि गुजरते वर्षो के साथ मां की मूर्ति व आस्था में काफ़ी वृद्धि हुई है और मां की प्रसिद्ध भी व्यापक स्तर पर फैली हुई है।