मेडिकल संचालक नशीली दवाई बेचते पकड़े गए, उसके बाद अलर्ट हुए मेडिकल संचालक संघ, पाटन में हुई बैठक, लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय



पाटन।  नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ते नशे की आदत एवं लत से परेशान पाटन के मेडिकल व्यवसायियों ने एक बैठक आयोजित कुछ कठोर निर्णय लिए है


ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व ही ड्रग इंस्पेक्टर एवं पुलिस के संयुक्त कारवाही में नगर के एक मेडिकल स्टोर्स में नशे के लिए उपयोग की जानी वाली दवाइयां बड़ी मात्रा में पाई गई थी

उसके बाद पाटन के मेडिकल व्यवसायियों ने बहुत ही लंबे समय के बाद एसोसिएशन के प्रमुख दिनेश मिश्रा के अध्यक्षता में बैठक आयोजित किया गया जिसमें 22 मेडिकल संचालक उपस्थित हुए।

बैठक में किसी भी प्रकार की नशीली दवाई नहीं  बेचने का निर्णय लिया गया क्योंकि नशा करने वाले मेडिकल दवाइयों के इस्तेमाल करने की सूचना मिलती रहती है ।सभी ने एक स्वर निर्णय लिया कि इंजेक्शन में उपयोग आने वाले केवल डिस्पोवान सिरिंज नहीं बेचा जाएगा किसी अधिकृत मान्यता प्राप्त चिकित्सक को ही उपलब्ध कराई जावेगी ,इसके अलावा नारकोटिक्स मेडिसिन रजिस्टर्ड चिकित्सक के परामर्श एवं बिल सहित उपलब्ध करने का संकल्प लिया गया किसी भी प्रकार के दवाई खरीदी बिल के माध्यम से ही करना होगा सभी का बिल अनिवार्य रूप से रखना अनिवार्य किया गया इसके अलावा सभी मेडिकल दुकान में अंदर एवं बाहर सी सी कैमरा अनिवार्य रूप से लगाने का निर्णय लिया गया।


सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि यदि इस निर्णय का कोई मेडिकल स्टोर्स नहीं मानता है एवं उस संस्था पर किसी प्रकार की कानूनी कारवाही होती है तो वह खुद जिम्मेदार होगा

बैठक में दिनेश मिश्रा,जितेंद्र पांडेय, मनोज साहु,पुरुषोत्तम पेनडरिया,बसंत साहु,उमेश वर्मा,दीपक चंद्राकर,बसंत देवांगन,शैलेश साहु ,मीनाक्षी साहु,वीरेंद्र वर्मा ,मोहन यादव,गीतू यादव,सोहन लाल साहु,अशोक साहू,पोषण कुमार,मोहित कुमार,सूरज कुमार,हेमचंद,अनिल के अलावा अन्य मेडिकल संचालक उपस्थित रहे।