रिसाली। दिन सोमवार को रिसाली नामदान केन्द्र भिलाई में मुनिन्द्र धर्मार्थ ट्रस्ट छत्तीसगढ़ इकाई के तत्वावधान में दो जोड़ी वर- वधुओं का दहेज मुक्त विवाह कार्यक्रम आयोजित किया गया। ट्रस्ट के संयोजक खोमेंद्र साहू ने बताया कि विवाह को लेकर जिस बेटी को सामाजिक दृष्टि से बोझ समझा जाता था उन बेटियों के उत्थान के लिये समय- समय पर संत रामपाल महाराज के सानिध्य मे “दहेज मुक्त भारत” का अभियान पिछले पच्चीस वर्षो से विश्व स्तर पर चलाया जा रहा है।
आगे विवाह के विषय मे साहू जी ने बताया कि यह विवाह मात्र 17 मिनट में परमात्मा की दया से गुरु वाणी के माध्यम से संपन्न हुआ जिस वाणी मे सनातन धर्म के तैतीस करोड़ देवी-देवताओं का आव्हान किया जाता है। इसमें से एक जोड़ी वर-वधु, प्रध्दुयन दास प्रीति दासी जिला दुर्ग छतीसगढ़ से और दूसरी जोड़ी वर विनय दास जिला शाजापुर मध्यप्रदेश एवं वधु ओमेश्वरी दासी जिला दुर्ग छतीसगढ़ से थे।

विवाह बिल्कुल साधारण तरीके से आडंबर रहित बिना गाजे ‘बाजे के साथ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ और वधु पक्ष की ओर से किसी भी प्रकार का वर पक्ष को कोई भी लेन-देन नहीं दिया गया। विवाह मे पहुंचे सैकडों मेहमान भी इस साधारण तरीके से हुए विवाह से बहुत ही प्रभावित हुए। इस विवाह मे जिले के आसपास के गणमान्य लोगों के साथ जिले के रामनरेश महतो ब्लाक संयोजक देवसिह मानिकपुरी, सेवक राम देवांगन, मुकेश दास, भूषण साहू मुख्य रूप से उपस्थित रहे।