माइलस्टोन के बच्चों ने जाना राग अहीर भैरव, पूछो ना कैसे मैंने रैन बिताई का किया अभ्यास

भिलाई । माइलस्टोन अकादमी में बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए मुख्यधारा की पढ़ाई के अलावा कला और संस्कृति से संबंधित प्रतिभा को भी निखारा जाता है। इस बार अकादमी के संगीत क्लब की ओर से बच्चों को राग अहीर भैरव की न सिर्फ जानकारी दी गई बल्कि उन्हें अभ्यास भी कराया गया। इसी राग पर आधारित गाना पूछो ना कैसे मैंने रैन बिताई का उदाहरण देते हुए इसके बारे में बताया गया, साथ ही अभ्यास कराया गया।माइलस्टोन अकादमी में संगीत क्लब की ओर से अहीर भैरव राग पर आधारित कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कक्षा छठवीं से लेकर कक्षा 12वीं तक के बच्चों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इस संगीतमयी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संगीत गुरु कीर्ति माधव व्यास थे। तबले में उनका साथ श्रीहरिहर ठाकुर ने दिया। इस कार्यक्रम के माध्यम से व्यासजी ने सभी विद्यार्थियों को ध्वनि, संगीत, स्वर और राग की जानकारी बारीकी से और विस्तार पूर्वक प्रदान की। सभी ने संगीत और राग के अलग – अलग पहलुओं के बारे में बताया। साथ ही संगीत का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि इस दुनिया में संगीत तब से है, जब से किसी भी धर्म की स्थापना नहीं हुई थी। ईश्वर और मनुष्य के बीच संबंध स्थापित करने के लिए संगीत बहुत बड़ा माध्यम है। इसके बाद सभी छात्र- छात्राओं को आरोह- अवरोह, स्वर का ज्ञान प्रदान करते हुए अहीर भैरव राग पर अभ्यास कराया। साथ ही इसी राग पर आधारित फिल्मी गीत पूछो ना कैसे मैंने रैन बिताई सिखाया। इसका अभ्यास भी कराया। स्कूल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि सभी विद्यार्थियों में संगीत सीखने की ललक देखते ही बन रही थी। सभी विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। वहीं इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए शाला की डायरेक्टर डॉ. ममता शुक्ला एवं एकेडमिक डायरेक्टर शुभम शुक्ला ने सभी विद्यार्थियों की सराहना की। वहीं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्हें संगीत में कॅरियर के बारे में जानकारी देते हुए संभावनाओं के बारे में बताया।