रिपोर्टर- चंद्रभान यादव
जशपुर। करंज व नीलगिरी समेत अन्य प्रजाति के पेड़ों को काटकर लगाई मक्के की फसल, ग्राम चिपराकोना का मामला
ग्राम पंचायत हर्राडीपा के आश्रित ग्राम चिपराकोना में करीब 42 एकड़ नर्सरी की जमीन में गांव के ही कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। नर्सरी में लगे पेड़ों की कटाई कर दी गई है। वर्तमान में मक्का की फसल लगाई गई है।
गांव के महेशराम व सिफनाथ नाग ने बताया कि नर्सरी में करंज, नीलगिरी समेत अन्य प्रजाति के 500 से ज्यादा पौधे लगाए गए थे, जो पेड़ बन चुके थे। नर्सरी को उजाड़कर वहां कब्जा कर कब्जाधारियों के द्वारा मक्का व धान की फसल बुआई कर दी गई। यही नहीं अब पास के जंगल में पेड़ों को काटकर धीरे-धीरे कब्जा किया जा रहा है। इससे अब जंगल में पेड़ नहीं रहने से मैदान बन चुका है। ग्रामीणों का कहना है कि कब्जाधारियों को नर्सरी से कब्जा हटाने की समझाइश दी गई थी। लेकिन नर्सरी से कब्जा नहीं हटाया। मामले में ग्रामीणों ने बीते दिनों 20 अगस्त को जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएफओ से शिकायत की थी। गांव के नर्सरी और जंगल में किए गए कब्जा को हटाकर कब्जा मुक्त कराने की मांग की थी। साथ ही कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। न ही जमीन से कब्जा को हटाया गया है। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है।
सन्ना वनपरिक्षेत्र रेंजर विवेक भगत ने बताया कि नर्सरी की जमीन पर कब्जा कर फसल ले चुके हैं। कब्जाधारियों को कब्जा हटाने समझाइश दी गई थी। समयावधि में कब्जा नहीं हटाने पर अब सीधे कार्रवाई जमीन से बेदखल किया जाएगा। जल्द ही जमीन को कब्जामुक्त कराया जाएगा।