किसानों के खेत में लहलहाने लगी सरसों की फसल…खेतों में बिछी पीली चादर

संजय साहू

अंडा। किसानों के खेत में पीले फूलों से खिली सरसों की फसल लहलहाने लगी है। सरसों के फूल देखकर बसंत के आगमन का संदेश मिलता है। मौसम ने साथ दिया तो इस वर्ष किसान सरसों के बंफर उत्पादन की संभावना जता रहे हैं। पिछले करीब 20 दिनों से कड़ाके की ठंड और बारिश के बाद सरसों की फसल खिल गई है। बादली पैक्स के अधीन आने वाले पिछले वर्ष की अपेक्षा सरसों की फसल का रकबा कम हुआ है। सरसों उत्पादन के लिए अनुकूल जलवायु है।

बीते वर्ष तीन हजार एकड़ भूमि पर सरसों की खेती की गई थी। वहीं इस सीजन में करीब ढाई हजार तीन हजार एकड़ है। कृषि विभाग भी सरसों उत्पादन को किसानों के अतिरिक्त आय का जरिया बनाने की दिशा में काम कर रहा है। उदय कुमार साहू ने बताया कि दिन के समय धूप खेतों में सोने पर सुहागा साबित होगी। इससे सरसों के खेतों में अलग ही रौनक बनेगी पीले फूल और इनकी मनमोहक महक के साथ सरसों के खेत बेहतरीन फसल के साथ खिल आए हैं।