बैठक के दौरान डायरेक्टर डॉ. ममता शुक्ला ने छात्र परिषद के आवेदकों को बताया कि इसमें शामिल होने वाले सभी प्रतिनिधियों को अपनी जिम्मेदारियां पता होनी चाहिए। जब भी जरूरत पड़े तो कैसा व्यवहार होना चाहिए, इस संबंध में डायरेक्टर मेडम ने जानकारी दी। बैठक में छात्र परिषद के आवेदकों से सवाल जवाब भी किया गया। इसमें उनके काम करने के तरीकों के बारे में जानने का प्रयास किया गया।
खुद को रखना है अनुशासित
छात्र परिषद के आवेदकों को बताया गया कि खुद को अनुशासित रखना है। डॉ. ममता शुक्ला ने माइलस्टोन खपरी के छात्र परिषद के आवेदकों से अनोखे अन्दाज में प्रश्न करते हुए छात्र-छात्राओं से छात्र परिषद/संघ के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। प्रश्नकाल के दौरान कक्षा ग्यारहवीं व बारहवीं के आवेदक छात्र-छात्राएं को सोच, निष्ठा, जोश तथा कर्त्तव्य परायणता का बोध दिलाया।
अनुशासन व कर्तव्य परायणता पर दिया जोर
इस दौरान डायरेक्टर डॉ. श्रीमती ममता शुक्ला ने छात्रों को अनुशासनात्मक व्यवहार व कर्त्तव्य परायणता के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष भर की विभिन्न गतिविधियों में छात्र परिषद के प्रतिनिधियों को महत्वपूर्ण रोल होता है। उन्होंने बताया कि छात्र परिषद में हेड बॉय, हेड गर्ल, डिप्टी हेड बॉय व डिप्टी हेड गर्ल, कल्चरल हेड, डिसिप्लेन हेड सहित लगभग 45 प्रतिनिधियों का चयन किया जाएगा।