पाटन।बदलते दौर में शासकीय विद्यालयों की परिभाषा भी निखरते जा रही है। शासकीय विद्यालय शैक्षणिक गुणवत्ता के मामले में अब निजी विद्यालयों को भी चुनौती देने लगे हैं । शासकीय विद्यालय थी अब निजी संस्थाओं के गुणवत्ता में किसी बात में कम नहीं है । यह बात दुर्ग जिले के ही शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मचांदुर ने साबित कर दिया है। राष्ट्रीय साधन सह प्रवीण्य छात्रवृत्ति परीक्षा (NMMSE) 2023-24 में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मचांदुर से 7 बच्चों का चयन हुआ। जिसमें से एक बच्ची लक्ष्मी साहू ने छत्तीसगढ़ राज्य में सर्वोत्तम अंक 131 प्राप्त किया ।

क्या है यह छात्रवृत्ति परीक्षा?
NMMSE की परीक्षा राज्य स्तर पर प्रत्येक वर्ष होती है जिसमें कक्षा आठवीं के अध्ययनरत बच्चे इस प्रतियोगी परीक्षा को स्वेच्छानुसार विद्यालय के मार्गदर्शन में दिलाते हैं । परीक्षा में चयन होने के बाद बच्चों को कक्षा नवमी से कक्षा बारहवीं तक प्रत्येक माह 1000 की छात्रवृत्ति उनके स्वयं के बैंक में हस्तांतरित की जाती है। इस प्रकार कुल 4 वर्ष मिलाकर प्रत्येक बच्चे को कुल 48000 रुपए प्राप्त होते हैं।

बच्चों की प्रतिभा को इस तरह से छात्रवृत्ति के रूप में पारितोषक मिलने से बच्चों का उत्साह बढ़ने के साथ साथ भविष्य भी उज्वल होता है साथ ही उच्च स्तर की पढ़ाई के लिए उन्हें आर्थिक सहायता भी प्राप्त होती है। विगत कुछ वर्षों से NMMSE की परीक्षा में छत्तीसगढ़ राज्य में दुर्ग जिले का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ठ रहा है। इस वर्ष माध्यमिक शाला मचांदुर से कुल 7 बच्चों का चयन हुआ है। जिसमें राज्य में सर्वाधिक अंक 131 लक्ष्मी साहू पिता थानसिंह माता जनक नंदिनी साहू ने प्राप्त किया। थानसिह जी द्वारा इस खुशी को साझा करने के लिए विद्यालय के सभी बच्चों को न्योता भोजन के तर्ज पर बिस्कुट का वितरण किया साथ ही विद्यालय सहायता कोष में 501 रुपए भी दान किया गया।

विद्यालय से चयनित बच्चे लक्ष्मी साहू 131 अंक, भूमिका यदु 108 अंक पिता दुबेश यदु माता दीपिका यदु, रेशमी निषाद 108 अंक पिता अरुण कुमार निषाद माता हेमा बाई निषाद, राजीव साहू 102 अंक पिता गजेंद्र साहू माता तारिणी साहू, पायल पटेल 99 अंक पिता रिखीराम पटेल रीना पटेल, गौरव साहू 94 अंक पिता शिव कुमार साहू माता रेखा बाई, मोहित साहू 91 अंक पिता ललित कुमार माता रोहिणी द्वारा उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए NMMSE की परीक्षा में चयनित हुए।

राज्य स्तर पर इस परीक्षा के लिए 20467 आवेदन ऑनलाइन माध्यम से जमा किए गए थे जिसमे छत्तीसगढ़ के कुल 2246 बच्चों का चयन हुआ इसमें दुर्ग जिले से कुल 4322 आवेदन ऑनलाइन माध्यम से जमा हुए थे जिसमे से दुर्ग के 625 बच्चों का चयन हुआ।

माध्यमिक शाला मचांदुर की छात्रा राज्य में सर्वाधिक अंक प्राप्त की इस खबर से पूरे गांव में हर्षोल्लास का माहौल है बड़ी संख्या में ग्रामीण नागरिक, पालक शाला प्रबंधन समिति के सदस्य विद्यालय पहुंचकर सभी बच्चों व शाला परिवार को बधाई दिए। सफलता के इस पूरी यात्रा को पालकों बच्चों ग्रामीण जनों बच्चों व शिक्षकों संकुल समन्वयक संकुल प्राचार्य ने सफलता और संघर्ष की इस यात्रा को एक दूसरे के साथ साझा किया । बच्चों ने बताया कि कैसे परीक्षा की तैयारी के समय उन्हें भय लगता था लेकिन पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों के द्वारा समाधान मिलते गया जिससे बच्चों का भय दूर होते गया तथा उत्साह बढ़ते गया। शिक्षकों ने बताया की इस परीक्षा की तैयारी के लिए उन्होंने जिला और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के आदेशों का पालन करतें हुए बच्चों को ज्यादा से ज्यादा सीखने की दिशा में प्रेरित किया, बच्चों को चुनौती देते हुए एक दूसरे की मदद करते हुए सीखने पर जोर दिया। प्रभारी शिक्षिका खेमलता गोस्वामी द्वारा बच्चों को ऑनलाइन एवम ऑफलाइन माध्यम से भी शिक्षा प्रदान की गई जिसकी प्रशंसा सभी शिक्षकों ने की। वसीम कुरैशी अतिथि शिक्षक द्वारा बच्चों को nmmse की परीक्षा में सफल होने के लिए समुदाय की तरफ से सराहनीय प्रयास किया गया।

विद्यालय प्रांगण में बधाई देने के लिए आज पालक शाला प्रबंधन समिति के सदस्य अध्यक्ष के साथ साथ ग्राम सरपंच दिलीप साहू, स्वसहायता समूह व मध्यान्ह भोजन समिति के अध्यक्ष, पूर्व विधायक प्रतिनिधि युगल किशोर साहू, संकुल प्राचार्य चौधरी सर, संकुल समन्वयक प्रणव मांडरिक, प्रधान पाठक पूर्णिमा साहू, NMMSE प्रभारी शिक्षक खेलमलता गोस्वामी, अन्य शाला परिवार के शिक्षक दुलारी ठाकुर, कविता देवांगन, मिलिन्द चन्द्रा,प्रेमलता साहू, प्राथमिक शाला प्रधान पाठक अंजू गोस्वामी ने सभी बच्चों के अभूतपूर्व सफलता पर बधाई दी ।
