अब तरीघाट में आचार संहिता के बाद ही हटेगा अतिक्रमण, घर निर्माण कार्य जारी, ग्रामीणों में है आक्रोश, शिकायत के बाद अतिक्रमण हटाने का तिथि हो गया था निर्धारित


पाटन। ग्राम तरीघाट में 2 दिन बाद अतिक्रमण हटाने का तिथि निर्धारित किया गया था लेकिन अब यहां पर अतिक्रमण अभी नहीं हटाया जाएगा । जानकारी के मुताबिक राजस्व विभाग के अधिकारी से जब इस संबंध में चर्चा की गई तो तरीघाट के सरपंच अशोक साहू को बताया गया कि आचार संहिता अभी प्रभावशील है इस कारण अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को रोकी गई है । जैसे ही आचार संहिता समाप्त होती है वैसे ही एक नया समय निर्धारित करके अतिक्रमण हटाने का कार्य किया जाएगा। ग्राम तरीघाट में सार्वजनिक स्थल पर अतिक्रमण कर एक व्यक्ति के द्वारा पहले तो दीवाल बनाया गया उसके बाद वहां पर भवन का निर्माण कराया जा रहा है इसे लेकर भी आक्रोश है। ग्रामीणों ने मांग किया है कि जब तक अतिक्रमण हटाने का आगामी तिथि निर्धारित नहीं होता तब तक का निर्माण कार्य पर रोक लगाया जाए।

जिससे कि अतिक्रमण न हो सके। बता दे की ग्राम पंचायत तरीघाट के सरपंच अशोक साहू ने पंचायत प्रस्ताव लेकर एसडीएम पाटन एवं तहसीलदार पाटन से अतिक्रमण हटाने की मांग को लेकर ज्ञापन सोपा था जिस पर जांच करने के बाद 17 मई को अतिक्रमण हटाने के लिए तिथि निर्धारित किया गया था। जब इस संबंध में आज सरपंच अशोक साहू ने तहसीलदार पाटन मीना साहू से संपर्क किया तो आचार संहिता प्रभावशील होने के कारण अतिक्रमण हटाने की तिथि में संशोधन किए जाने की जानकारी दी गई अब तरीघाट में आचार संहिता के बाद ही अतिक्रमण पर बुलडोजर चलेगी।

सड़क किनारे अतिक्रमण की होगी जांच
ग्राम तरीघाट में ही मुख्य सड़क के आसपास ही कई अतिक्रमण किया गया है। जानकारी के मुताबिक अतिक्रमण करके कई लोग आलीशान दुकान भी बना लिए है। जहां पर व्यापार भी किया जा रहा है। इसकी भी शिकायत ग्राम पंचायत के सरपंच अशोक साहू के द्वारा किया गया है। जानकारी के मुताबिक अतिक्रमण की शिकायत की पहले जांच की जाएगी उसके बाद ही उस पर उचित कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा।

अकेले ही धरना देने बैठा था सरपंच
तरीघाट के में हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए जब विलंब किया जा रहा था तो ग्राम पंचायत तरीघाट के सरपंच अशोक साहू अकेले ही जनपद पंचायत पाटन के सामने धरने पर बैठ गए थे।। जिसे समझाइए दी गई उसके बाद में अपना धरना समाप्त किया इसके अलावा बताया जा रहा है कि गांव में भी सरपंच अनशन पर बैठ गए थे इसके बाद शासन प्रशासन हरकत में आया और कार्रवाई शुरू की।