मजदूरों को अब मनरेगा से मिलने लगा है गांव में ही काम, पाटन ब्लॉक के 87 ग्राम पंचायत में शुरू है मनरेगा का काम, धान कटाई के बाद तेजी आएगी काम में

बलराम यादव
पाटन। जनपद पंचायत पाटन के 108 ग्राम पंचायत में जल्द ही मनरेगा का काम तेजी से शुरू हो जाएगा। अभी वर्तमान में 87 ग्राम पंचायत में मनरेगा का काम शुरू हुआ है। इनमें नाली निर्माण सहित पौधारोपण व अन्य कार्य मनरेगा के माध्यम से कराया जा रहा है । अभी वर्तमान में पाटन ब्लॉक में 1860 मजदूरों को मनरेगा के तहत काम मिल रहा है। वही ग्राम पंचायत के द्वारा मनरेगा के कार्य करने के लिए जो प्रस्ताव दिए गए थे उन सभी कार्यों की स्वीकृति हो जाने की भी खबर है। धान की कटाई हो जाने के बाद मनरेगा के कार्य में तेजी आने की संभावना भी जताई जा रही है। इसके लिए मनरेगा शाखा जनपद पंचायत पाटन के द्वारा व्यापक तैयारी भी की जा रही है साथ ही साथ अभी वर्तमान में जो मनरेगा का कार्य हो रहा है उसका सतत निरीक्षण किया जा रहा है।

जनपद पंचायत पाटन में अभी मनरेगा के तहत विभिन्न ग्राम पंचायत में जो कार्य हो रहे हैं उसमें महिला मजदूरों के द्वारा ट्री गार्ड निर्माण, नाली निर्माण सहित अन्य कार्यों को पंचायत के माध्यम से कराया जा रहा है। वहीं बता दें कि अभी वर्तमान में पाटन ब्लॉक के लगभग 87 ग्राम पंचायत में मनरेगा का कार्य शुरू है। जिसमें से 1860 मजदूरों को मनरेगा के तहत कार्य मिल रहा है। वर्ष 2023_ 24 के लिए भी 3173 लाख रुपए की स्वीकृति मिल गई है । जिनमें जल्द ही कार्य को सुचारू रूप से प्रगति दिया जाएगा। इसके लिए जनपद पंचायत पाटन के मनरेगा शाखा के कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती डालीम लता ने पिछले दिनों ग्राम पंचायत के रोजगार सहायकों की बैठक लेकर दिशा निर्देश जारी किए। साथ ही साथ अभी तक जो कार्य ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत चल रहा है उसकी भी प्रगति की समीक्षा की गई। इसके अलावा आगामी दिनों में जब धान की कटाई हो जाएगी उसके बाद से मनरेगा के कार्य को गति प्रदान करने के भी निर्देश मारेगा के कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा रोजगार सहायकों को दिया गया है। मनरेगा का कार्य शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को गांव में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध हो जाते हैं। इससे मजदूरों का पलायन रुकता है। पाटन ब्लॉक के शहर से लगा हुआ है इस कारण कई मजदूर शहर में काम करने चले जाते हैं लेकिन अभी वर्तमान में ग्राम में ही रोजगार के अवसर मिलने से यह सब मजदूर गांव में ही रोजगार करते हैं।

इन कार्यों पर ज्यादा फोकस
पाटन ब्लॉक में लगातार मनरेगा के कार्य से जल स्रोत बढ़ाने का उपाय किया जा रहा है। तालाब गहरीकरण के अलावा नए तालाब निर्माण के साथ-साथ नाली निर्माण व नालियों की साफ सफाई किया जा रहा है ।नए तालाब निर्माण से जहां पानी बरसात का पानी एकत्र होता है वही पुराने तालाब का गहरीकरण से पानी की स्टोरेज क्षमता बढ़ जाती है। इससे जिन गांवों में यह सब कार्य होते हैं उन गांव का बोर ,हैंड पंप का जलस्तर भी बढ़ जाता है। मनरेगा के तहत यही सब कार्यों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। जिससे कि गांव-गांव में जल स्रोत बनी रहे और पेयजल व सिंचाई के लिए जल की संकट उत्पन्न हो। इसके लिए इन्हीं कार्य पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है । जिससे कि ग्रामीणों को आगामी भविष्य में लाभ मिल सके।