बलराम यादव
पाटन। किसान अब धान की फसल से भी ज्यादा आर्थिक आय का उपार्जन फसल चक्र परिवर्तन कर कर सकते है। इसके लिए राज्य शासन भी किसानों को प्रेरित कर रही है। वही अब पाटन में भी एक किसान ने भी धान की खेती के बजाय अब चंदन और महोबनी की खेती की तरफ कदम बढ़ाए है। आज इसकी शुरुआत की गई।
ग्राम पंदर की जमीन जो कि पाटन और दैमार मुख्य सड़क मार्ग के किनारे है। कृषक प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने अपने 15 एकड़ जमीन पर चन्दन के 3 हजार और महोबनी के 3 हजार पौधे लगाए है। आज एक साथ सैकड़ों मजदूरों के साथ स्वयं अशोक कुमार त्रिपाठी ने पौधे लगाए। बता दे कि इस तरह की खेती महाराष्ट्र में ज्यादातर की जाती है। अभी संभवतः छत्तीसगढ़ में यह पहली बार है जब इतने बड़ी मात्रा में चंदन और महोबनी की खेती की जा रही है। इसके अलावा फलदार पौधे मौसम्बी, नींबू, अमरूद, जामुल के भी पौधे लगाए गए है। यह सब खेती का कार्य जालना (महाराष्ट्र) के कृषक तुलसी राम चंद के देखरेख में किया जाएगा। आज पौधरोपण के समय भी तुलसीराम चंद किसान को मार्गदर्शन दे रहे थे।
इस तरह होगा फायदा
महाराष्ट्र में चंदन और महोबनी का खेती करने वाले तुलसी राम चंद ने बताया कि किसान को अब परंपरागत खेती से हटकर कुछ अलग खेती करनी चाहिए। जो कि ज्यादा लाभ दे सके। चंदन और महोबनी का खेती में कुछ समय जरूर लगता है लेकिन यह धान से भी दो गुना ज्यादा लाभ देता है। सबसे पहले चंदन और महोबनी में बीज आती है। उसे बेचकर लाभ लिया जा सकता है। इसके बाद 12 साल में पेड़ बनकर तैयार हो जाता है। उसका लकड़ी को बेचकर आर्थिक लाभ ले सकते है। ये दो पेड़ ऐसा है जो कि काटने के फिर से डाली आने लगती है। इस कारण एक बार लगाने के बाद कई वर्षों तक इसका लाभ लिया जा सकता है। चंदन और महोबनी का लकड़ी काफी महंगी दाम पर बिकता है।
छत्तीसगढ़ में पहला किसान मॉडल के रूप में
जानकारी के मुताबिक अभी इस तरह का चन्दन और महोबनी का खेती करने वाले श्री त्रिपाठी पहला किसान है। अभी इसे 15 एकड़ में एक मॉडल के रूप में खेती शुरु किया गया है। श्री तुलसी के बताया कि सफल होने पर इसका विस्तार छत्तीसगढ़ के अन्य किसानों को प्रेरित किया जाएगा।

- June 6, 2025
अब पाटन में भी होगी चंदन और महोबनी की खेती, 15 एकड़ में 6 हजार पौधे लगाए गए, महाराष्ट्र के उन्नत कृषक के मार्गदर्शन में खेती शुरु, पढ़िए पूरी खबर
- by Ruchi Verma