रायपुर। वर्तमान में छत्तीसगढ़ में एनजीडीआरएस सिस्टम के माध्यम से रजिस्ट्री का कार्य सुगमतापूर्वक चल रहा है। इसके पूर्व प्रायवेट बीओटी ऑपरेटर के द्वारा ई-रजिस्ट्री प्रणाली का संचालन, संधारण किया जा रहा था। एनजीडीआरएस प्रणाली में रजिस्ट्री के लिए अप्वाइंटमेंट लेना सिटीजन पार्ट में है, तथा इसमें पंजीयन विभाग की कोई भूमिका नहीं होती। कोई भी व्यक्ति एनजीडीआरएस पोर्टल में जाकर कभी भी उपलब्ध अप्वाइंटमेंट तथा नियत अप्वाईंटमेंट को देख सकता है, तथा रजिस्ट्री के दिन अपना अप्वाईंटमेंट बुक कर सकता है।
एनजीडीआरएस प्रणाली में हॉल के दिनों में ऐसी घटनाएँ प्रकाश में आई थी, कि बाहरी तत्वों द्वारा फर्जी अप्वाईंटमेंट लिया जाकर अप्वाईंटमेंट का कृत्रिम संकट पैदा किया जा रहा है, तथा इन फर्जी अप्वाईंटमेंट को लेन-देन कर दूसरे अप्वाइंटमेंटों से रिप्लेस किया जा रहा है। ये घटनाएं संज्ञान में आते ही विभागीय सचिव के द्वारा तत्काल स्थिति की समीक्षा की गई। विभाग के सचिव के निर्देश पर फर्जी अप्वाईंटमेंट रोकने लिए अनेक त्वरित कदम उठाये गये जैसे- अप्वाइंटमेंट में निर्धारित डीड केटेगरी को परिवर्तित नहीं किया जा सके, प्रतिफल का 5 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी चुकाने पर ही अप्वाईंटमेंट लिया जा सकेगा, लिये गये अप्वाईंटमेंट के सारभूत तत्वों को नहीं बदला जा सकेगा। इन कदमों से फर्जी अप्वाईंटमेंट रूक गया है। तुरंत तुंरत भी अप्वाईंटमेंट लोगों को मिल पा रहा है। पंजीयन संघ सचिव तथा विभाग के अधिकारियों के द्वारा त्वरित तत्परतापूर्वक कार्यवाही की सराहना करता है तथा उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।