कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव से छात्र छात्राओं की सुरक्षा हेतु राज्य के स्कूल कॉलेज बंद करने के साथ ही ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने एनएसयूआई ने सौंपा ज्ञापन

पाटन । कोरोना कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन पाटन इकाई (एनएसयूआई पाटन) ने छत्तीसगढ़ में स्कूल कॉलेज सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने की माँग की है, आज अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को राज्य सरकार के नाम ज्ञापन सौंप एनएसयूआई पाटन ने सभी शिक्षण संस्थाओं तत्काल प्रभाव से बंद कराने एवमं आगामी परीक्षाओं को ऑनलाइन माध्यम से कराने की माँग की है, कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के दौरान शिक्षण संस्थाओं के संचालित होने से एक ओर जहाँ संक्रमण बढ़ने का खतरा है वहीं विद्यार्थियों की जान भी जोख़िम में पड़ सकती है।

छात्र छात्राओं का जीवन संकट में त्वरित उपाय की आवश्यकता- आयुष

अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को सौंपे ज्ञापन में पूर्व एनएसयूआई पाटन विधानसभा अध्यक्ष आयुष टिकरिहा ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर तीव्र गति से फैल रही है कोरोना (कोविड-19) वायरस के नये वैरिएंट ओमीक्रोन का ख़तरा भी मंडरा रहा है ऐसे में सभी शिक्षण संस्थाएँ अभी संचालित हो रहे हैं जो कोरोना के खतरे को खुला आमंत्रण है कॉलेज के छात्र छात्राओं में प्रथम वर्ष की आयु लगभग 17 वर्ष होती है ऐसे में महाविद्यालय के भी कुछ विद्यार्थियों को वैक्सीन नहीं लग पाया है कुछ विद्यार्थियों को वैक्सीन का केवल एक डोज लग पाया है , एवमं स्कूल के विद्यार्थियों जिनकी आयु 18 वर्ष से कम है उनको वैक्सीन लगना हाल ही में शुरू हुए हैं , अतः सभी विद्यार्थियों की कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिये शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश तत्काल ही छात्रहित में जारी किया जाना चाहिये एवमं उपयुक्त उचित व्यवस्थाओं के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से अध्ययन अध्यापन कराया जाना चाहिये, एवमं आगामी परीक्षायें भी ऑनलाइन माध्यम से ही कराया जाना चाहिये।

तीव्रता से बढ़ते संक्रमण में ऑनलाइन पढ़ाई ऑनलाइन परीक्षायें ही सुरक्षित- युवराज

पूर्व एनएसयूआई पाटन महाविद्यालय प्रभारी युवराज़ साहू ने बताया कि अभी स्कूल कॉलेज खुले हुये हैं शिक्षण संस्थाओं में आने से लेकर कक्षाओं में दिन भर साथ बैठने से संक्रमण फ़ैलने की संभावना काफ़ी बढ़ जाती है , महाविद्यालय, विद्यालय में विद्यार्थियों को आने के लिये सार्वजनिक साधनों बस इत्यादि का उपयोग करना पड़ता है जिससे वे संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ पूरी कक्षा को संक्रमित कर सकते हैं, कोरोना प्रकोप से विद्यार्थियों की रक्षा को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को अपने अपने घर में ही सुरक्षित रखने के लिये पढ़ाई एवमं परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से ही कराना वर्तमान परिस्थितियों में उपयुक्त है अनेक राज्यों में अभी ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी है अतएव छत्तीसगढ़ में भी बढ़ते संक्रमण के खतरे से बचाव के लिए जल्द ही पढ़ाई ऑनलाइन मोड पर ट्यून किया जाना आवश्यक है।

ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से एनएसयूआई पाटन के पदाधिकारिगण सौरभ वर्मा, बिट्टू वर्मा, राम वर्मा, इकेश वर्मा, बोनू नागवंशी, डोमेस्वर सिन्हा, रीतिक वर्मा, योगेंद्र भारती, गुलशन वर्मा, रवि पांडे, कुश वर्मा, नयन चंद्राकर, प्रशांत देशमुख, गजेंद्र देवांगन आदि उपस्थित थे।