कुम्हारी में महाष्टमी पर देवी मंदिरों व दुर्गा पंडालों में भक्तों ने डाली पूर्णाहुति, मंत्रोच्चार के साथ विधिवत से महामाया मंदिर एवं शीतला मंदिर में किया गया हवन पूजन बड़ी संख्या में भोग भंडारे का भी हुआ आयोजन

कुम्हारी। कुम्हारी स्थित मां महामाया मंदिर में शारदीय नवरात्र के अष्टमी तिथि पर प्रातः 9 बजे महाष्टमी का आयोजन किया गया इस अवसर पर भक्तों द्वारा बड़ी संख्या में हवन पूजन में शामिल होकर पूर्णहुति डाली गई। वहीं देर शाम तक विभिन्न दुर्गा पंडालों में भी समितियों द्वारा हवन पूजन किया गया। बता दे कि इस बार महामाया मंदिर में आस्था के 2528 जोत प्रज्ज्वलित करवाएं गए थे। मंदिर के पुजारी तेजराम देवांगन ने बताया कि मां महामाया दरबार में चैत्र नवरात्र व शारदीय नवरात्र के अवसर पर अखंड ज्योति प्रज्वल्लित कराया जाता है। बड़ी संख्या में लोगों की आस्था का केंद्र मां महामाया देवी सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करती है।

इसलिए प्रत्येक नवरात्र में लोग दूर-दूर से माता के दर्शन के लिए आते है। यहीं नही प्रतिदिन ग्रामीण अंचल के रहवासियों का मां के दर्शन के लिए तांता लगा रहता है। पुजारी ने बताया कि शुक्रवार को महाष्टमी तिथि पर मां महामाया मंदिर एवं शीतला मंदिर में हवन-पूजन कार्यक्रम किया गया। हवन का कार्यक्रम शुभ मुहूर्त पर प्रारंभ किया गया। बता दे कि नवरात्र में अष्टमी तिथि का विशेष महत्व होता है नौ दिनों तक उपवास रखने वाली व्रती विशेष रूप से अष्टमी के हवन में शामिल होते हैं ऐसा मानना है कि इससे व्रतियों के व्रत पूर्ण होते हैं। महाष्टमी के अवसर पर बाकी दिनों के अपेक्षा अलसुबह से ही मंदिर में दर्शन हेतु भक्तों का तांता लगा रहा। हवन में स्थानीय लोगों के अलावा आसपास के ग्रामीण भी उपस्थित हुए महाष्टमी के अवसर पर मंदिर परिसर में दर्जनों समितियों द्वारा भोग वितरण किया गया जिसमें व्यक्तिगत एवं कई सामाजिक संस्थाएं शामिल हुए।