शिक्षक दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय मर्रा के नवनिर्मित भवनों का लोकार्पण

पाटन।05 सितम्बर को शिक्षक दिवस कार्यक्रम में सम्मिलित होने एवं दुर्ग जिले में स्थापित संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, मर्रा (पाटन) के नवनिर्मित भवनो का लोकर्पण एवं बृहद कृषक सम्मेलन का उद्घाटन करने हेतु प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आगमन ग्राम-मर्रा (पाटन) में होने जा रहा है, ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री कि प्रारम्भिक शिक्षा ग्राम-मर्रा स्थित शासकीय पाठशाला में हुई है। मुख्यमंत्री के सपनों को साकार करने एवं प्रदेश में कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने, युवाओं का रुझान कृषि क्षेत्र में बढ़ाने के उद्देश्य से संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, मर्रा (पाटन) कि स्थापना कि गयी है जो कि इन्दिरा गांधी कृषि विश्ववविद्यालय, रायपुर के अंतर्गत संचालित है।

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा दिनांक 17 अगस्त 2019 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में तथा तत्कालीन मंत्री रवीद्र चौबे, कृषि कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी के विशिष्ट आतिथ्य तथा अन्य मंत्रियो एवं अतिथियों कि उपस्थिती में भूमि पूजन का कार्य सम्पन्न हुआ था। 2019-20 में बी. एस. सी. (कृषि) 4 वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रवेशित 25 विद्यार्थियो के साथ महाविद्यालय का शुभारंभ हुआ था जहां पर प्रथम अधिष्ठाता के रूप में डॉक्टर अजय वर्मा को इस महाविद्यालय विकास का उत्तरदायित्व दिया गया था। वर्तमान में करीब 168 विद्यार्थी अध्ययनरत है । 21 विद्याथियों का प्रथम बैच बी. एस. सी. (कृषि) उपाधि उत्तीर्ण कर चुका हैं।

छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, मर्रा (पाटन) को लगभग 87 एकड़ भूमि आबंटित कि गयी है, जिसके अंतर्गत कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान हेतु नवीन महाविद्यालय भवन जो कि समस्त शैक्षणिक सुविधावों से सुसज्जित है एवं 3730 वर्ग मीटर में विस्तारित है, जिसकी लागत लगभग 5 करोड़ 25 लाख रुपये है | यहाँ पर कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान कार्य हेतु स्मार्ट क्लास रूम, समुन्नत प्रयोगशालाएँ, पुस्तकालय, खेलकूद, एन. एस. एस. पोस्ट- मेट्रिक छात्रवृत्ति आदि कि सुविधाए विद्यार्थियों को प्रदान कि जा रही है। कॉलेज कैम्पस पूर्णतः वाई-फ़ाई एवं इंटरनेट से जुड़ा हुआ है । विद्यार्थियो को कृषि क्षेत्र में अनुसंधान हेतु 72 एकड़ में कृषि प्रक्षेत्र का विकास किया गया है, जहां हाई टेक नर्सरी का निर्माण किया गया है, जिसकी लागत लगभग 1 करोड़ रुपये कि है, जो कि लगभग 15 एकड़ क्षेत्र में विस्तारित है। हाई-टेक नर्सरी में विभिन्न प्रकार के फलो एवं सब्जीओ तथा फूलों का पौधा तैयार को वितरण किया जाता है, ताकि कृषक गण इनका प्रयोग करके आर्थिक रूप से सशक्त बन सके। टिशू कल्चर प्रयोगशाला का निर्माण लगभग 2.50 करोड़ कि लागत से किया गया है, जहा केला, गन्ना, बांस, गुलाब एवं अन्य पौधों का टिशू- कल्चर के माध्यम से विकास कर किसानों को वितरित किया जायेगा छत्तीसगढ़ मंडी बोर्ड के सहयोग से बीज भंडार गृह इम्प्लीमेंट शेड एवं कृषक प्रशिक्षण हेतु कृषक विश्राम गृह का निर्माण लगभग 2.37 करोड़ में किया गया है, 200 मेट्रिक टन क्षमता वाले 3 खाद गोदामों का भी निर्माण 32.93 लाख कि लागत से किया गया हैं।

सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन के जन्म दिवस के शुभ अवसर पर ग्राम मर्रा में, जहां पर भूदान के प्रणेता भारत रत्न संत विनोबा भावे का आगमन हुआ था ऐसे गौरव ग्राम में कृषि शिक्षा के साथ साथ ग्राम स्वराज कि अवधारणा को मूर्त स्वरूप प्रदान करने एवं विकसित सुविधाओ का लोकार्पण कार्यक्रम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में, अध्यक्षता मंत्री कृषि विकास एवं किसान कल्याण एवं जैव प्रौद्योगिकी ताम्रध्वज साहू, विशिष्ट अतिथि द्वय प्रभारी मंत्री जिला दुर्ग मो. अकबर एवं मंत्री श्री रवीद्र चौबे कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे डॉ कमलप्रीत सिंह कृषि उत्पादन आयुक्त छत्तीसगढ़ शासन इन्दिरा गांधी कृषि विश्ववविद्यालय रायपुर के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, निदेशक, विस्तार सेवाए डॉ. अजय वर्मा, निदेशक अनुसंधान सेवाए डॉ विवेक त्रिपाठी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।

जिला पंचायत दुर्ग के उपाध्यक्ष अशोक साहू, सदस्य, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड कौशल चंद्राकार, अध्यक्ष कृषि उपज मंडी, दुर्ग अश्वनी साहू एवं अन्य जन प्रतिनिधि गण अधिकारी, कर्मचारी कृषक बंधु एवं आस पास के ग्रामीण जनो को आमंत्रित किया गया है।