हड़ताल के 44 वें दिन पंचायत सचिव क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे

पाटन। ब्लॉक में पंचायत सचिव अपनी एकसूत्रीय मांग परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण को लेकर आंदोलन के 44 वे दिवस जनपद पंचायत के बाहर 100 से अधिक संख्या में पंचायत सचिव हड़ताल में बैठे हुए हैं, सचिवों के आंदोलन से ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं बाधित हुई है, सरपंच कर्ज में डूब रहे हैं, पेयजल प्रकाश व्यवस्था ठप्प पड़ गई है विकास कार्य पूर्ण रूप से रुक गए हैं मुख्यमंत्रीजी की ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा गरवा घुरुवा बारी गोबर खरीदी के कार्य बंद पड़े हैं। पंचायत सचिव संघ के ब्लाक अध्यक्ष नरेश सिंह राजपूत का कहना है कि शासन प्रशासन द्वारा अभी तक आंदोलन को लेकर किसी प्रकार का कोई पहल नहीं किया है, जिसके चलते ग्रामीणजन परेशान हो रहे हैं, पंचायत सचिवों के आंदोलन को विभिन्न कर्मचारी संगठनों का समर्थन प्राप्त हो रहा है, कार्यकारी ब्लाक अध्यक्ष प्रदीप चंद्राकर ने जानकारी दी कि आज हड़ताल को 44 दिन पूरे हो गए हैं विगत एक सप्ताह से पंचायत सचिव क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हैं हमारी एकसुत्रीय मांग शासकीकरण के संबंध अभी तक शासन द्वारा कोई सुध नहीं लिया गया है। पंचायत सचिव संघ के जिलाध्यक्ष महेन्द्र कुमार साहू ने बताया कि आज आंदोलन को 44 दिवस हो गया है, अभी तक हम शांतिपूर्वक अपना मांग शासन प्रशासन के समक्ष रख रहे थे लेकिन अभी तक किसी प्रकार की पहल शासन द्वारा नही किया गया है जिससे संगठन में नाराजगी है, आगे आंदोलन को और उग्र किया जायेगा,क्रमिक भूख हड़ताल के बाद अब आमरण अनशन, जेल भरो आंदोलन किया जायेगा, जिसके लिए शासन प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होंगे।