कर्मा जयंती के अवसर पर व्याख्याता ने विद्यालय को दिए पांच हजार रुपए दान

बालिका शिक्षा को करेंगे प्रोत्साहित

भारतीय सनातन संस्कृति मे दान की विशेष महिमा है। हमारी भारत की पुण्य धरा,संस्कृति और सभ्यता विभिन्न प्रकार के दान और दानवीरों से भरा-पूरा है। जैसे - अन्न दान, वस्त्र दान, भूदान, विद्या दान,देहदान, नेत्रदान यहां तक की इस धरा के महापुरुषों ने जीते जी हड्डी और अंगों का दान देकर दुनिया को सिखाया है कि भारतीय आध्यात्मिक दर्शन दिव्य एवं महान है और इसकी किसी से कोई तुलना नहीं हो सकती।

हमारा भारतीय जनमानस इन दान गाथाओं से प्रेरणा लेकर संकट के समय पर जरूरतमंदों को दान देकर समाज के मुख्यधारा के साथ जोड़कर सामाजिक समरसता का परिचय देते हैं।
कर्मा जयंती के शुभावसर पर , ग्राम कुम्हली निवासी श्री चंद्रप्रकाश साहू, व्याख्याता, शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल राहूद , जिला बालोद,ने अपने गांव के शासकीय विद्यालय को बालिका शिक्षा प्रोत्साहन के लिए पांच हजार रुपए दान दिए हैं। हमारे भारतीय पौराणिक दर्शन में दान ,देव ऋण ,गुरु ऋण से ऊऋण होने का भी भाव व्यक्त करते हैं । उन्होंने गांव के विद्यालय के विभिन्न नवाचारी गतिविधियों जैसे -लुप्त होती चिट्ठी पत्री की परम्परा को अमल मे लाना, चौथी कक्षा के बच्चों द्वारा धाराप्रवाह अंग्रेजी पढ़ना, पांच दिवसीय दिपावली त्योहार का बेगलेश डे पर सांस्कृतिक प्रदर्शन, भगवान महावीर जयंती, स्वामी विवेकानंद जयंती, बाबा साहब अम्बेडकर जयंती और अन्य सभी महापुरुषों की जयंती, समुदायिक प्रतिभाओं का सम्मान,बाल विवाह रोकथाम परिचर्चा, शैक्षिक स्तर उन्नयन के लिए लगातार पालक संपर्क,लोकतांत्रिक व्यवस्था मे स्थानीय स्वशासन के जनप्रतिनिधियों को सम्मान इस तरह के शैक्षिक गतिविधियों का लगातार आयोजन स्कूल मे किए जाते हैं । ऐसी गतिविधियों को भविष्य मे बनाए रखने के लिए विद्यालय के प्रधान पाठक सी एल साहू से संपर्क कर दान की राशि प्रदान किए हैं। प्रधान पाठक ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विश्वास दिलाया कि ग्रामवासियों का विद्यालय के प्रति बढ़ते लगाव को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए सदैव कार्मिक एवं मानवीय कर्तव्यों के निर्वहन करने कृतसंकल्प हूं।