पाटन।क़ृषि महाविद्यालय एवं अनुसन्धान केंद्र, मर्रा (पाटन) द्वारा अधिष्ठाता छात्र कल्याण, इंदिरा गाँधी क़ृषि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में “क़ृषि छात्रों के व्यक्तित्व विकास एवं कैरियर के अवसर” विषय पर दिनांक 29 मार्च 2023 को एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भारतीय क़ृषि अनुसन्धान परिषद के राष्ट्रीय क़ृषि अनुसन्धान प्रबंध अकादमी, हैदराबाद द्वारा संचालित राष्ट्रीय क़ृषि उच्च शिक्षा परियोजना से वित्त पोषित था।
सेमिनार का आयोजन ऑफ लाइन एवं ऑनलाइन दोनों माध्यमों में किया गया। इस कार्यक्रम के चीफ पेट्रोन एवं इंदिरा गाँधी क़ृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गिरीश चंदेल ने ऑनलाइन माध्यम से जुड़ कर विद्याथियों को सम्बोधित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि व्यक्तित्व विकास के बिना अच्छे कैरियर और सुखमय जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती इस प्रकार के कार्यक्रम लगातार होते रहना चाहिए।

कार्यक्रम का सुभारम्भ डॉ अजय वर्मा, निदेशक विस्तार सेवाएं, इंदिरा गाँधी क़ृषि विश्वविद्यालय के मुख्य अतिथ्य में हुआ उन्होंने कहा कि क़ृषि महाविद्यालय मर्रा ने बहुत कम समय में क़ृषि स्नातक की पढ़ाई हेतु सारी सुविधाएँ विकसित कर ली है यहाँ के विद्यार्थी शांतिपूर्ण ग्रामीण परिवेश में पढ़ाई करते हुए उचाईयों तक पहुंच सकते है। महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ विजय कुमार सोनी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वागत भाषण दिया एवं प्रतिभागियों को एकाग्रता के साथ सभी वक्तावों के व्याख्यानों को सुनने एवं समझने की सलाह दी।

कार्यक्रम की शुरुआत में सेमिनार के आर्गेनिसिंग कंविनर डॉ ओमप्रकाश परगनिहा ने समस्त अतिथियों एवं प्रतिभागियों को कार्यक्रम की रुपरेखा से अवगत कराया। इस दौरान मुख्य वक्ता के रूप में अलग अलग क्षेत्रों से 7 वक्ताओं को आमंत्रित किया गया था जिसमे से श्री आनंद ताम्रकार, रामा क्रॉप साइंस, रायपुर श्री सुरेश कुमार बंछोर, मोटिवेशनल स्पीकर, भिलाई, श्री सुब्रत मजूमदार, डायरेक्टर भारतीय क़ृषि कोचिंग, दुर्ग, श्री मुकेश कुमार कोठरी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत, पाटन, श्री शिरीष टॉक, एस आर टी एग्रो साइंस, श्री अभिषेक राजपूत, एजुकेशनल एलायेंस एग्रीकल्चर कोचिंग इंस्टिट्यूट, दुर्ग एवं श्री हितेश कुमार तिवारी, योगा एक्सपर्ट, रायपुर ने क्रमशः क़ृषि सुचना प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में कैरियर के अवसर, सुरक्षित एवं सुखमय जीवन जीने की कला, समय एवं तनाव प्रबंधन, राज्य प्रसाशनिक सेवा में कैरियर, जैविक खेती एवं उद्यमिता विकास, विभिन्न विभागों में क़ृषि स्नातकों हेतु रोजगार के अवसर तथा वर्तमान समय में हमारे जीवन में योगा का महत्त्व विषय पर अपने अपने व्याख्यान दिए।
सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन डॉ ओमप्रकाश परगनिहा ने किया। अंत में महाविद्यालय के सह प्राध्यापक डॉ अमीन कुरैशी ने समस्त अतिथियों, मुख्य वक्ता एवं प्रतिभागियों का आभार प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के अधिकारी कर्मचारियों डॉ नितिन तूर्रे, डॉ सुशीला, डॉ दीपिका देवदास, श्री प्रवीण साहू, अमित दहाटे, सुरेश बंजारे, अंजलि शर्मा, गीतिका पीयूष एवं लुकेश महानन्द का विशेष योगदान रहा।