जामगांव (आर) ।शहीद डोमेश्वर साहू शासकीय महाविद्यालय जामगांव-आर, भरर में आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन प्रकोष्ठ (आई. क्यू.ए.सी.) द्वारा नैक प्रत्यायन पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में मुख्यवक्ता डॉ. प्रशांत कुमार श्रीवास्तव, प्राध्यापक, व्ही. वाय.टी. स्नातको. शासकीय महाविद्यालय, दुर्ग ने अपने उद्बोधन नैक प्रत्यायन के विभिन्न चरण, रजिस्ट्रेशन, आई. क्यू.ए.सी..एस.एस. आर, मूल्यांकन के बारे में विस्तार से बताया उन्होंने बताया की जनवरी 2025 से नैक प्रत्यायन ऑनलाईन हो गया है।
जिसमें महाविद्यालय के स्टेकहोल्डर एलुमिनी विद्यार्थी, अध्ययनरत विद्यार्थियों से ऑनलाईन प्रश्नोत्तर के आधार पर महाविद्यालय के डेटा विश्लेषण किया जाएगा, नैक प्रत्यायन के 10 काइटेरिया होगें। कॉलेजों को ग्रेड के आधार पर एकिकियेटेड, प्रोविजनल एकियेटेड, नॉन एकियेटेड दर्जा दिया जाएगा। इस अवसर पर प्रतिभागियों के इन्स्टीटयूशनल डेवलपमेंट प्लान, शिकायत निवारण, सद्भावना कोष, प्रोग्गाम आउटकम, कोर्स आउटकम जैसे सवालों को डॉ. प्रशांत कुमार श्रीवास्तव ने सरलता से समझाया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शिखा अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में छोटे-छोटे प्रयास से बड़ा कार्य संपन्न होने की बात कही, इस कार्यशाला को महाविद्यालय के लिए उपयोगी बताया। जिसका लाभ आगामी नैक प्रत्यायन में होगा। कार्यशाला में शासकीय महाविद्यालय रानीतराई के प्राध्यापक रेणुका वर्मा, डॉ. रेशमी महीश्वर, अंबिका ठाकुर, शास. स्नातको. महाविद्यालय दुर्ग से डॉ. विकास स्वर्णकार, डॉ इन्द्रजीत तथा कर्मा माता महाविद्यालय से एस.आर. सोनवानी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में आभार आई. क्यू.ए.सी. प्रभारी डॉ एस.के पांडेय तथा संचालन नैक प्रभारी डॉ. अरूणेन्द्र कुमार तिवारी ने किया। कार्यक्रम महाविद्यालय के प्राध्यापक प्रो. नीता कुम्भारे, प्रो. आरके तिवारी, डॉ. नरेशधर दीवान, प्रो. एस. ठाकुर, डॉ आबिद हसन खान, चेतना सोनी, मनोज यादव, मुकेश कठौतिया, मनीष साहू, डॉ. लता मारकण्डे, मेजराम जोशी की सक्रिय भागीदारी रही।