पाटन कालेज में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न… विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास करना राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लक्ष्य -प्राचार्य डॉ नंदा गुरवारा


पाटन। शासकीय चंदूलाल चंद्राकर स्नातकोत्तर महाविद्यालय पाटन में प्राचार्य डॉ नंदा गुरवारा के मार्गदर्शन एवं अध्यक्षता में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की जानकारी और स्नातक द्वितीय सेमेस्टर में विषय चयन के सबंध में जानकरी हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कक्ष क्रमांक 16 में किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ नंदा गुरवारा की अध्यक्षता वरिष्ठ प्राध्यापक बीएम साहू, राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष शैलेष मिश्र, एनईपी प्रभारी डॉ गौरव शर्मा के आतिथ्य में माँ सरस्वती की पूजा अर्चना कर कार्यशाला प्रारम्भ किया गया।

प्राचार्य डॉ नंदा गुरवारा ने सभी को आशीर्वाद एवं शुभकामनायें देते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के महत्व पर प्रकाश डाला और कार्यशाला के उद्देश्यो से अवगत कराया। कार्यक्रम के संचालन कर रहे डॉ गौरव शर्मा ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पाठ्यक्रम पर अपने विचार रखे। शैलेष मिश्र सर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत द्वितीय सेमेस्टर में विषय का चयन कैसे करें इस पर विस्तार से जानकरी दिया।

मिश्र ने बताया की द्वितीय सेमेस्टर में वैल्यू एडिशन कोर्स के जगह अब स्कील इन्हेस्नसमेंट कोर्स और कला, वाणिज्य विज्ञान, कप्यूटर साइंस संकाय में एबिलिटी इन्हेस्नसमेंट कोर्स में रोटेशन के तहत विज्ञान और कप्यूटर साइंस संकाय में अंग्रेजी भाषा के जगह हिंदी भाषा, वाणिज्य संकाय में पर्यावरण अध्ययन की जगह अंग्रेजी भाषा, और कला संकाय में हिंदी भाषा के जगह पर्यावरण अध्ययन की पढ़ाई करेंगे।

प्रथम सेमेस्टर की तरह द्वितीय सेमेस्टर में एक विषय अलग संकाय से जो निर्धारित पुल और महाविद्यालय में उपलब्ध कोर्स से चुनेंगे। इसके अतिरिक्त मिश्र सर ने बताया की तीसरे सेमेस्टर के पश्चात् 3 वर्ष की पढ़ाई करेंगे की 4 वर्ष की बाद आनर्स की डिग्री मिलेगा है इसका भी चयन करना होगा। राष्ट्रीय शिक्षा निति में शोध की पढ़ाई करने के लिए कौन कौन विद्यार्थी योग्य होंगे इसकी भी विस्तार से जानकरी दिया।

वरिष्ठ प्राध्यापक बी एम साहू ने परीक्षा प्रणाली पर अपने विचार रखते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में परीक्षा के महत्व को बताया। कार्यशाला का आभार प्रवीण जैन ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय से समस्त प्राध्यापकगण एवं कला, वाणिज्य, विज्ञान और कम्प्यूटर साइंस संकाय के समस्त छात्र छात्राये उपस्थित थे।