एक दिन की खाँसी टीबी हो सकती है :-डॉक्टर स्वप्निल तिवारी खंड चिकित्सा अधिकारी पंडरिया

पंडरिया।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी सर के आदेश के परिपालन में एवं डॉक्टर स्वप्निल तिवारी बीएमओ पंडरिया के नेतृत्व में शुक्रवार को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरिया एवं शासकीय मिडिल स्कूल मैनपुरा, शासकीय मिडिल स्कूल कुम्ही, शासकीय मिडिल स्कूल पिपरखुटि पंडरिया में आज विश्व टीबी दिवस के उपलक्ष्य में टीबी जागरूकता के लिए प्रसार प्रचार व रैली तथा टीबी से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम किया गया जिसमें सभी लोगों को गिफ्ट भी दिया गया मैनपुरा से सरपंच रामकुमार साहू, कुम्ही में चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी सरपंच एवम् प्रफुल्ल बिसेन प्राचार्य पीपरखुटी एवम् स्टॉफ गण उपास्थित थे। बीएमओ सर के द्वारा सभी वर्गो के लिए संदेश पहुंचाया गया कि टीबी की बीमारी कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है इसका सफल इलाज व जाँच हमारे सरकारी अस्पताल में निःशुल्क उपलब्ध है। टीबी एक जानलेवा बीमारी है जो एक दूसरे के सम्पर्क में आने से खाँसने, छीकने तथा बात करने से फैलती है। अगर 2 हफ्ते से ज्यादा खासी,लगातार बुखार आना, रात में पसीना आना,वजन का कम होना, बलगम के साथ में खून आना, भूख न लगना जैसे लक्षण किसी व्यक्ति को हो तो तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल में जाकर टीबी की जाँच कराये। टीबी की बैक्टीरिया जन्म से प्रायः सभी व्यक्ति के शरीर में पाया जाता है। जो शरीर के रोगप्रतिरोधक क्षमता कम होने, तथा, नशा का ज्यादा सेवन करने या गन्दगी के बीच मे रहने या टीबी रोगी के संपर्क में आने से उत्तपन्न हो जाता है। जो बलगम के जाँच, और एक्स रे जाँच के माध्यम से पता चलता है। टीबी मुख्यतः दो प्रकार की होती है पहला पल्मोनरी और दूसरा एक्स्ट्रा पल्मोनरी। पल्मोनरी टीबी फेफड़े में पाया जाता है और एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी शरीर के किसी भी अंग पाया जा सकता है। टीबी की वजह से महिलाएं माँ नहीं बन सकती और हम अज्ञानता वश बैगा गुनिया कराते रहते हैं। हमें टीबी से डरना नहीं है क्योंकि टीबी रोकथाम की दवा टीपीटी आ चुका है जो रोगी के परिवार वालों को टीबी फैलने से रोकती है। और सरकार के द्वारा भी टीबी मुक्त अभियान जोर शोर से चलाया रहा है। इसलिए हम सबने यह ठाना है, टीबी मुक्त गाँव बनाना है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रदीप ठाकुर सर, गौरव पाण्डे सर,जेम्स जॉन सर, राहुल पाठक सर शमसाद खान सर, मेघनाथ कुलमित्र सर दिनेश जायसवाल सर, दसरथ अन्नत सर,परमेश्वर यादव सर,विनीष जॉय सर, दुष्यंत शर्मा, कैलाश धिरही, ज्योति धिरही,देवेंद्र साहू, होरी लाल, मुकुंद साहू, रामचंद्र साहू, पद्मनी चंद्रवंशी, संजीव एमएलटी साथीगण,स्वेता साहू, खुशबू,अनिता,सीएचओ,फलितम सम्पत आरएचओ एवं समस्त स्वास्थ्य कर्मचारी पंडरिया का सहयोग रहा है।