पाटन । स्वामी विवेकानंद विचार मंच द्वारा मंच के अध्यक्ष हेमंत मढ़रिया के संयोजन में गांधी जयंती पर ऑनलाइन वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए किरण बाला वर्मा ने कहा कि अंत्योदय शब्द का अर्थ अंतिम व्यक्ति का हित होता है जो कि गांधीजी का सपना था गांधीजी के अनेक आदर्शों में हम कम से कम एक आदर्श को भी अपने जीवन में आत्मसात कर लें तो हमारा हित संभव है कम से कम हमें समय का सदुपयोग अवश्य करना चाहिए मुख्य वक्ता देवेंद्र बंछोर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में आज के दिन को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस घोषित किया गया है जो कि गांधीजी के प्रति एक सच्चा सम्मान है गांधीजी को 5 बार नोबेल पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था पर उन्हें प्रदान नहीं किया जा सका गांधीजी श्रवण कुमार और हरिश्चंद्र जैसे नाटकों से बेहद प्रभावित थे सत्य अहिंसा आदि आदर्श उनके जीवन में हमें सीखने को मिलता है खिलेश वर्मा ने कहा कि आज छात्र-छात्राओं को गांधी जी के जीवन चरित्र को बताने की आवश्यकता है जिससे वे गांधीजी के पथ पर चल सके संगोष्ठी का संचालन करते हुए हेमंत मढ़ रिया ने कहा कि गांधीजी अद्वितीय महामानव थे जो समाज कल्याण के लिए अवतरित हुए मनोज मढ़ रिया ने अपने वक्तव्य में कहा कि गांधी जी के अहिंसा रूपी अस्त्र से आज समाज में हम शांति की स्थापना कर सकते हैं संगोष्ठी में आंचल मढ़ रिया ने गांधी जी को नमन किया।

- October 3, 2022