पाटन। शासकीय चंदूलाल चंद्राकार कला एवं विज्ञान महाविद्यालय पाटन के वाणिज्य विभाग के द्वारा प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी “शोध प्रविधि” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शोध के विभिन्न तकनीकों तथा वर्तमान समय में शोध के महत्व से छात्र-छात्राओं को अवगत कराना था। कार्यशाला का आयोजन वाणिज्य विभाग की सहायक प्राध्यापक श्रीमती आराधना दुबे द्वारा किया गया ।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नंदा गुरुवारा के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यशाला की शुरुआत माता सरस्वती के पूजा अर्चना के माध्यम से की गई तत्पश्चात महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नंदा गुरुवारा द्वारा छात्र-छात्राओं को उद्बोधित करते हुए “शोध प्रविधि” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए गए। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक श्री बीएम साहू द्वारा छात्रों के जीवन में शोध की उपयोगिता को समझाते हुए वर्तमान युग में शोध की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया।

गणित विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ आर के वर्मा द्वारा शोध की तकनीक एवं प्रविधि पर सारगर्भित रूप से अपने विचारों को प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात मुख्य वक्ता एवं विषय विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित सहायक प्राध्यापक पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर सांख्यिकी विभाग के डॉ प्रदीप कुमार चौरसिया द्वारा शोध के विभिन्न आयाम को, वर्तमान युग में शोध की आवश्यकताओं, शोध के चरण, आंकड़ों के प्रकारों, आंकड़ों के संग्रहण, परिकल्पना, परिकल्पना का परीक्षण, प्रतिगमन आदि को बहुत ही विस्तार से अपने व्याख्यान के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। कार्यशाला में विभिन्न विभागों के सहायक प्राध्यापक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम में
वाणिज्य विभाग के जन भागीदारी सहायक प्राध्यापक अंकित कुमार वर्मा एवं सुश्री निधि यादव भी उपस्थित थे। अंत में वाणिज्य विभाग की सहायक अध्यापक श्रीमती आराधना दुबे द्वारा आभार प्रदर्शन कर कार्यशाला का समापन किया गया।