जशपुर। जिले के जशपुर, मनोरा, बगीचा, सन्ना इलाके में में दीर्घकालिक धान का उत्पादन किया जाता है। इस वर्ष देर से मानसून के आने के कारण खेती एक माह पिछड़ गई थी। बाद में अक्टूबर माह तक हुई बारिश के कारण धान का उत्पादन अच्छा हुआ है। पर खेतों में अभी तक फसल पूरी तरह से पक नहीं पाया है। धान पकने के बाद कम से कम दस दिन उसे खेत में छोड़ा जाता है फिर उसकी कटाई की जाती है।कटाई के बाद धान की मिंजाई और उसे धूप में सुखाने के बाद ही मंडी तक किसान पहुंचते हैं। 1 नवंबर से खरीदी के लिए केन्द्र खुल चुके हैं। पर अभी भी केन्द्रों में आवक शुरू नहीं हो पाई है। खेती पिछड़ने की वजह से अधिकांश मंडियों में आवक माह के अंत तक या अगले माह शुरू होगी।

- November 7, 2022