पंडरिया-नगर सहित ब्लाक के वनांचल क्षेत्रों में शुक्रवार दोपहर व रात को तेज बारिश हुई।जिसके चलते हाफ नदी में बाढ़ आ गया।बताया जा रहा है कि हाफ नदी में पिछले 40 वर्ष तक इतना बड़ा बाढ़ नहीं आया था।महीनों से सूखे क्षेत्र में एक दिन की मूसलाधार बारिश ने जलमग्न कर दिया।हाफ नदी में बाढ़ आने से अनेक फसलों को क्षति पहुंची है।नदी किनारे लगे फसल बाढ़ की पानी में डूब गए।इज़के अलावा कुकदुर मार्ग में पेड़ गिरने के कारण लंबे समय तक प्रभावित रहा।हाफ नदी के साथ क्षेत्र के नाले में भी उफान पर आ गए।बाढ़ के चलते ग्राम डोमसरा के करीब 10 से अधिक लोग बाढ़ के बीच फंसे रहे।लोग देर रात से सुबह 10 बजे तक छत में बैठे रहे।
ग्राम डोमसरा के कुछ परिवार बगीचा में निवास करते हैं।जिसके बाढ़ आने पर यह टापू में तब्दील हो जाता है।इस बगीचे के चारों ओर नदी का पानी बहते रहता है।यदि बारिश लगातार जारी रहती तो इनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।बाढ़ में प्यारे, कलिंद्री, राजेश, पिंकी, संतोष ,4 बच्चे, टिंगली कृष्णा तुकाराम दमला, करिया सहित चन्द्राकर व निषाद परिवार बाढ़ में फंसे हुए थे।

इन गांवों में पड़ा प्रभाव-हाफ नदी के किनारे स्थित दो दर्जन से अधिक गांवों में लगे फसल व घरों में नुकसान हुआ।नदी किनारे स्थित गांव खैरझिटी, घोघरा,लाडंगपुर,कुबा,मंझोली,धोबघट्टी,पडकी कला, डोमसरा,पिपरखूँटी,खरहट्टा,पेंड्रीकला,माकरी सहित अनेक गांवों में नदी किनारे लगे सब्जी,भुट्टा सहित धान के फसल पानी मे डूब गए तथा तेज बहाव में बह गए।ग्राम धोबघट्टी में गिरिजा शुक्ला, डोमसरा में दयाराम, मयाराम पटेल का भुट्टा, मुखीराम मिर्ची भिंडी और बैगन, जगदीश निषाद का भुट्टा, नारायण सिंह का भुट्टा, जेठू जायसवाल का भुट्टा, विश्वराज सिंह ठाकुर का 15 एकड़ में सब्जी,पपीता, बैगन, कद्दू,व मिर्ची, शिवकुमार पटेलका बैगन सहित अनेक लोगों का सब्जी बाढ़ में नष्ट हो गया।

लकड़ी निकालने जोखिम उठाते लोग-इस बरसात में यह पहला बड़ा बाढ़ आया,जिसमें बड़े बड़े पेड़ बह रहे थे।ग्रामीण उफनती में लकड़ी निकालते दिखे।पुल के ऊपर करीब 2 फिट से ऊपर पानी बह रही थी।जिसमें ग्राम धोबघट्टी के ग्रामीण में बड़ी संख्या में लकड़ी निकालने के कार्य मे सुबह से दोपहर तक लगे हुए थे।इससे कभी भी बड़ी घटना घट सकती है।

हरीनाला में भी पुल के ऊपर पानी-नगर से गुजरने वाली हरी नाला में भी बाढ़ रहा।कवर्धा मार्ग पर हरिनाला पुलिया के ऊपर करीब 2 फिट तक पानी बह रहा था।हालांकि पानी कम होने के चलते नाला में वाहनों का आवागमन बंद नहीं हुआ।लेकिन आने वाले दिनों में मार्ग अवरुद्ध हो सकता है।पुलिया निर्माण के बजट में राशि स्वीकृति हो चुकी है,किन्तु अब तक पुलिया निर्माण की दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ है।नाले में बाढ़ के चलते हर वर्ष बरसात के मौसम में कई बार नेशनल हाइवे 130A अवरुद्ध रहता है।जिसके कारण लोगों को परेशान होना पड़ता है।

झोपड़ी टूटा-ब्लाक के ग्राम खैरझिटी पुराना के हाफ नदी में रात 12 बजे के आसपास जब लोग सो रहे उस समय अचानक बाढ़ आ गया ।लोग कुछ समझ पाते इतने में बाढ़ पानी घर में घुसने लगा लगा। जान बचा कर बिना समान के घर से लोग निकले और सुरक्षित जगह में ठहरे। जिसमे साहस यादव पिता खुरनू यादव ,गोविंदा यादव पिता महेश ,प्रीतम यादव पिता महेश, पवन निषाद पिता गया निषाद, इन चारो के घर बाढ़ के पानी से पूरी तरह से टूट चुका है ।इनको ग्राम स्थित सामुदायिक भवन, धर्मशाला एवम् अन्य जगहों पर ठहराया गया है।साथ ही प्रह्लाद श्रुवंशी एवम् ग्राम कोटवार के आंगन तक पानी पहुंच गया था। ग्राम खैरझिती पुराना के आंगनबाड़ी क्रमांक 1में पानी कमर तक भर गया था ।जिससे केंद्र में रखा पोषण आहार एवम अन्य सामाग्री खराब हो गया है।
ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम गौरकापा के चतुर दास वैष्णव पिता कृष्णा दास वैष्णव के मकान में पानी घुस गया था। जिसमे किचन में रखे सभी समान खराब हो गए तथा बर्तन सहित कुछ बाढ़ में बह गया।ग्राम दामापुर बाजार के शिव गंगा में भी लोगों के घरों में पानी घुस गया।मिडिल स्कूल खैलटुकरी के मैदान व कमरों में चार फीट पानी भर गया।इसी तरह अनेक गांवों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया।जिससे लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है।
“खैरझिटी में चार लोगों के मकान गिरे हैं,जिसका प्रकरण तैयार किया गया है।ग्राम धोबघट्टी व डोमसरा में हुए फसल नुकसान का सर्वे पटवारी के माध्यम से कराया जाएगा।”
सुनील कुमार सोनपीपरे,तहसीलदार पंडरिया।