पंडरिया : रावण दहन कर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दशहरा महोत्सव मनाया गया…..नन्हे राजा ने किया रावण दहन


पंडरिया-नगर सहित ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को दशहरा का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।नगर के कुशाल बंद मैदान में ढाई वर्ष के नन्हे राजा भिवान राज द्वारा 41 फिट रावण का वध किया गया।इससे पहले बैरासिन देवी से ज्योंत जावरा महामाया मंदिर पहुँची जहां से महामाया मंदिर से ज्योति कलश विसर्जन के लिए कलश यात्रा निकली।जिसके पीछे राजघराना के परंपरानुसार राजमहल के नन्हे राजा भिवान राज रथ पर अपनी माँ,परिवार व राजपुरोहितों के साथ रथ पर सवार होकर निकले।राजतिलक के बाद यह पहला अवसर था,जब भिवान राज ने रावण वध किया।इससे पूर्व करीब 64 वर्ष पहले उनके दादा राजा कृष्णराज सिंह ने बचपन मे रावण वध किया था।नन्हे राजा को देखने ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों लोग रथ के पीछे चल रहे थे।वहीं राजा के दरबार के दर्शन किया।नगर के महामाया मंदिर में इस वर्ष कुल 11307 तेज ज्योत प्रज्ज्वलित किये गए थे।इसके अलावा नगर के अन्य देवी मंदिरोंइन भी मनोकामना ज्योंति कलश प्रज्वलित किये गए थे।
आत्मानन्द स्कूल में भी रावण दहन हुआ-राज परिवार द्वारा रावण दहन के पश्चात नगर के आत्मानन्द स्कूल परिसर में नगर विकास समिति द्वारा आनंद सिंह के नेतृत्व में 61 फिट रावण का दहन किया गया।जहां करीब 5000 लोगों ने भव्य अतिशबाजी का आनंद लेते हुए रावण दहन किया। नगर विकास समिति व दशहरा महोत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्ष भव्य आतिशबाजी के साथ रावण दहन किया जाता है।जिसे देखने ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्र से हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं।इसके लिए राम जानकी मंदिर से राम,लक्ष्मण, सीता व हनुमान की झांकी निकली,जो गांधी चौक ,पुराना बस स्टैंड होते हुए आत्मानन्द स्कूल पहुंची।जहां रावण के पुतले का दहन किया गया।इसके अलावा मैनपुरा,बैरागपारा,रेस्ट हाउस के पास,समरूपारा,किल्लापारा,घोघरापारा सहित अनेक जगह रावण दहन किया गया।पूरा मैदान लोगों से भरा हुआ था।किसी अप्रिय घटना से निपटने पुलिस की टीम भी तैयार थी।
ग्रामीण क्षेत्रों भी उत्साह रहा– नगर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों में दशहरे को लेकर काफी उत्साह रहा।ग्रामीण क्षेत्रों के पूरे हर्षोल्लाश के साथ दहशरा मनाया गया।पिपरखुटी,महली,कुंडा,कुम्ही,कापादह,दुल्लापुर,कुंडा,दामापुर,पाढ़ी,मोहगांव,रुसे,पाढ़ी, नेऊर,कोदवागोड़ान,दामापुर,कामठी,सहित अनेक गांवों में रावण वध कर दशहरा मेले का आयोजन किया गया।