पंडरिया : नगर से पांच किलोमीटर दूर ही लगातार कट रहे वन, जिम्मेदार मौन

पंडरिया-नगर से करीब 5 किलोमीटर दूर बदौरा मार्ग के जंगलों में प्रतिदिन 150 से 200 पेड़ काटे जा रहे हैं।प्रतिदिन सुबह, दोपहर व शाम 35 से 40 लकड़हारे जंगल से लकड़ी काटकर सायकल में लेकर नगर में बेचने के लिए पहुंचते हैं।वन विकास निगम व वन विभाग के कर्मचारी अधिकारी किसी प्रकार कार्यवाही नहीं करते हैं।भारत सरकार द्वारा शनिवार को बाघों की संख्या को लेकर आंकड़े जारी किए गए थे।जिसमें बताया गया कि छत्तीसगढ़ में 2014 में 46 बाघ थे,जिसमें आज की स्थिति में केवल 17 बाघ शेष बचे हैं।वनों की लगातार कटाई के कारण वन्य प्राणियों के रहवास खत्म हो रहे हैं तथा इनके शिकार किये जा रहे हैं।शासन वनों के सुरक्षा को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है।वनों के कटाई के लिए कठोर नियम बनाकर कार्यवाही की जरूरत है।