पंडरिया-ब्लाक के ग्राम रोहरा स्थित केशव गोशाला दुर्लभ सत्संग का आयोजन किया गया है।जिसमें ऋषिकेश से पहुंचे विजयानंद गिरी महाराज का प्रवचन 26 जनवरी से प्रारम्भ हुआ है, जो 1 फरवरी तक चलेगा। प्रतिदिन दोपहर दो बजे से शाम 5 बजे तक प्रवचन किया जा रहा है। रविवार को प्रवचन में श्री गिरी जी ने बताया कि जिस धन को कमाने के लिए झूठ,कपट,बेईमानी व विवाद कर रहे हैं,वो पैसा साथ नहीं जाएगा।आपको खाली हाथ ही दुनियां से जाना है।इस धन को कमाने के लिए जो पाप या अपयश किया है, वो सभी आपके साथ जाएगा।इसलिए ऐसे धन के लिए बेईमानी व झूठ – कपट का सहारा न लें।श्री गिरी ने कहा कि प्रभु की भक्ति के समय लगाइए।संग्रह करने के लिए समय व्यर्थ मत कीजिये।उन्होने कहा कि इस दुनियां में बिना लिबाज के आते हैं,केवल चार गज कपड़े के लिए जीवन भर सफर करना पड़ता है।जो चीज मिलने के बाद बिछड़ जाती है वो अपनी नहीं होती है। शरीर में भी अपना बस नहीं चलता इसलिए ये शरीर अपनी नहीं है।शरीर हमे छोड़ कर चला जाता है।इसलिए भगवान की भक्ति व अच्छे कार्यो में जुटे रहें,जो हमेशा आपके साथ रहता है।
श्री गिरी ने शराब पर बोलते हुए कहा कि शराब पीने के साथ शराबी से संगति करने में भी पाप लगता है।शराबी से संगति भी पाप का भागीदार बनाता है।उन्होने मा के बारे में बताते हुए कहा कि मां जन्म देने के बाद हमारे सभी काम करती है।पालन पोषण कर, गंदगी साफ करने का कार्य करती है।माँ अपने बच्चे के लिए किसी भी कार्य को करने के लिए मना नहीं करती।मां का ऋण कोई नहीं उतार सकता है।
पाश्चात्य सभ्यता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि नवयुवकों की दशा बदल रही है।नवयुवक गाय की सेवा करने के बजाय कुत्ते की घुमाने में ज्यादा समय देते हैं।गौ सेवा के लिए उनके पास समय नहीं है।गाय के पूजन गौशाला में जन्मदिन मनाइए उम्र बढ़ जाएगी।मोमबत्ती जलाना,फूंकना काटना व नाचना जन्मदिन मनाने का सही तरीका नहीं है।हमारे संस्कृति में गर्भधारण से लेकर निर्वाण तक व्यवस्था है।इसी व्यवस्था में चलिए।उन्होंने बताया कि पांच महापाप है,इससे बच कर चलना चाहिए।महाराज श्री गिरी ने बताया ट्रेन में सीट रिजर्वेशन का उदाहरण देते हुए कहा जिस प्रकार सीट हमे कुछ देर के लिए सफर करने के लिए मिली है उसी प्रकार ये जिंदगी हमे कुछ दिनों के लिए मिली है,इसका सदुपयोग कीजिये।उन्होंने मानवता व भक्ति पर अनेक उदाहरण से लोगों को जीवन के सदुपयोग करने तथा भारतीय संस्कृति का पालन करने की बात कही।उन्होने संस्कार पर बोलते हुए कहा कि आज कल माता पिता पैसा कमाने के लिए गलत कार्यों व तरीके को अपनाने वाले बच्चों का सपोर्ट करते हैं।नौकरी करने वाले बच्चों से ऊपरी कमाई के बारे में पूछते हैं।जबकि माता पिता को अपने बच्चोँ को ईमानदारी से जितना पगार मिलता है,उससे अधिक काम करने के प्रेरित करना चाहिए।
प्रतिदिन रोहरा, लडुवा,ब्लाक के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ पंडरिया, कवर्धा,मुंगेली,सहित अनेक स्थानों से लोग कथा श्रवण करने पहुंच रहे हैं।
